कथावाचक मोरारी बापू ने भी रामलला के लिए खोल दिया अपना खजाना

अयोध्या के मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरे देश में उत्साह का माहौल है. 500 सालों के लंबे अंतराल के बाद राम मंदिर बन रहा है और रामलला विराजे हैं. कालचक्र पूरी तरह घूम गया है और हर किसी की हसरत बस भव्य राम मंदिर देखना है. इस बीच राम मंदिर के लिए बड़े पैमाने पर दान भी मिल रहा है. देश के अमीर कारोबारियों से लेकर कथावाचक मोरारी बापू तक बड़ी रकम दान कर रहे हैं. आम भक्त भी इसमें पीछे नहीं हैं और अकेले मंगलवार को ही 3 करोड़ रुपये से ज्यादा का चढ़ावा राम मंदिर में भक्त चढ़ा आए थे.
इस बीच कुछ दानवीरों की बड़ी चर्चा हो रही है, जिन्होंने राम मंदिर के लिए अपना खजाना ही खोल दिया. अब तक आई डोनेशन की लिस्ट देखें तो सबसे ज्यादा दान 101 किलो के सोने का दिलीप कुमार लाखी ने किया है. इस सोने की कीमत 68 लाख रुपये तक बताई जा रही है. इस सोने का इस्तेमाल द्वार, मंडप, गर्भग्रह, डमरू, त्रिशूल और स्तंभों को तैयार करने में होगा. रामलला के लिए 11 करोड़ रुपये की लागत से बना मुकुट हीरा कारोबारी गोविंदभाई ढोलकिया ने दान किया है. गोविंदभाई ढोलकिया अपनी उदारता के लिए चर्चित रहे हैं.
इस बीच जिस दान की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, उसे कथावाचक मोरारी बापू ने किया है. मोरारी बापू ने खुद 11.3 करोड़ रुपये की डोनेशन दी है. इसके अलावा उनके अनुयायियों की ओर से भी करीब 7 करोड़ रुपये का दान आया है. इस तरह मोरारी बापू और उनके अनुयायियों की तरफ से करीब 18 करोड़ रुपये का दान किया जा चुका है. दिलचस्प बात यह है कि उनका यह दान देश के सबसे अमीर कारोबारियों मुकेश अंबानी और गौतम अडानी से भी कहीं ज्यादा है. मुकेश अंबानी परिवार की ओर से 2.51 करोड़ रुपये राम मंदिर के लिए डोनेट किए गए हैं.
महावीर मंदिर से आए 10 करोड़, हर साल 2-2 करोड़ का दान
संस्थागत तौर पर दान की बात करें तो इसमें पटना के महावीर मंदिर ने बाजी मार ली है. महावीर मंदिर की ओर से लगातार 5 सालों से 2-2 करोड़ रुपये का दान किया जा रहा है. इस तरह अब तक महावीर मंदिर ने कुल 10 करोड़ रुपये की डोनेशन राम मंदिर के लिए दी है.