चारधाम यात्रा में भीड़ प्रबंधन एनडीआरएफ और आईटीबीपी के जवान संभालेंगे
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में क्राउड मैनेजमेंट (भीड़ प्रबंधन) के लिए अब एनडीआरएफ और आईटीबीपी को भी मोर्चे पर लगाया जाएगा. चारधाम यात्रा की समीक्षा को गुरुवार को हुई वर्चुअल बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को यह निर्देश दिए.
भल्ला ने रतूड़ी को चारों धामों, यात्रा मार्गों व ठहराव स्थलों पर यात्री संख्या की रिपोर्ट रोज गृह मंत्रालय को भेजने को कहा. भविष्य में चारधाम यात्रा के प्रबंधन की रणनीति बनाने के लिए उन्होंने उच्चस्तरीय समिति के गठन के भी निर्देश दिए. केंद्रीय गृह सचिव ने यात्रा प्रबंधन पर कड़ी नजर रखने के लिए प्रदेश के आला अधिकारियों के धरातल पर उतरने पर विशेष बल दिया.
इस बीच, राज्य सरकार ने केंद्र से एनडीआरएफ और आईटीबीपी की छह से आठ कंपनियां 30 जून तक के लिए मांगी हैं. प्रदेश सरकार यह फोर्स हरिद्वार,ऋषिकेश,जानकीचट्टी,फाटा आदि स्थानों पर भीड़ नियंत्रण के लिए लगाएगी. राज्य को फोर्स दो-तीन दिन में मिलने की उम्मीद है.
पांच प्रदेशों को पत्र मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केंद्रीय गृह सचिव को बताया, चारधाम यात्रा सफलतापूर्वक, सुरक्षित, सुगम व सुचारु चल रही है. व्यवस्था बनाए रखने के लिए यात्रा के ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर 31 मई तक रोक लगाई गई है. रतूड़ी ने बताया कि पंजीकृत श्रद्धालुओं की बड़कोट (यमुनोत्री), हीना(गंगोत्री),सोनप्रयाग (केदारनाथ) और पांडुकेश्वर (बदरीनाथ) में चेकिंग की जा रही है. जानकीचट्टी (यमुनोत्री), गंगोत्री मंदिर (गंगोत्री), स्वर्गारोहिणी (केदारनाथ), आईएसबीटी व माणा (बदरीनाथ) में धामों के दर्शन के लिए पंजीकृत श्रद्धालुओं को टोकन जारी किए जा रहे हैं. मंदिर परिसरों में पंक्ति में लगे श्रद्धालुओं के टोकन पर मुहर लगाकर उनके लिए धामों के दर्शनों की व्यवस्था की गई है. रतूड़ी ने बताया कि जिन राज्यों से चारधाम यात्रा के लिए सबसे ज्यादा श्रद्धालु आते हैं, वहां के मुख्य सचिवों को पत्र भेजकर बिना रजिस्ट्रेशन के लोगों को न भेजने का आग्रह किया है.
इनमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र शामिल हैं. समीक्षा बैठक में डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगौली, सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर, एएस ह्यांकी मौजूद रहे.
1 चारधाम यात्रा के सुचारु संचालन को परिवहन विभाग ने वाहन चालकों की कैपिसिटी बिल्डिंग तथा मेडिकल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की है. यात्रा रूट के मुख्य प्रवेश स्थलों पर चार हाईटेक चेक पोस्ट बनाए गए हैं. ऑनलाइन व्यवस्था से अब तक तक 23063 ग्रीन कार्ड जारी किए गए हैं.
2 चारधाम यात्रा रूट पर 56 टूरिज्म पुलिस सपोर्ट सेंटर खोले गए हैं. यात्रा पर निगरानी के लिए 850 सीसीटीवी कैमरा व आठ ड्रोन लगाए गए हैं. पार्किंग मैनेजमेंट के लिए क्यूआर कोड बेस्ड सिस्टम शुरू किया गया है. पैदल सफाई के लिए 657 पर्यावरण मित्रों की तैनाती की गई है.
3 स्वास्थ्य विभाग ने 12 मुख्य लोकेशनों पर 50 स्क्रीनिंग क्यिोस्क लगाए हैं. 156 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं. वहीं आठ ब्लड बैंक तथा दो स्टोरेज यूनिट भी उपलब्ध करवाई गई हैं. 49 स्थायी स्वास्थ्य सुविधाएं तथा 26 मेडिकल रिलीफ पोस्ट स्थापित किए हैं.
4 यात्रा रूट पर ट्रैफिक की स्थिति पर सीसीटीवी व ड्रोन से कड़ी निगरानी की जा रही है. रजिस्ट्रेशन तथा टोकन सिस्टम का कड़ाई से पालन कराने पर ध्यान दिया जा रहा है. बुजुर्गों, दिव्यांगों, बीमार तथा बच्चों की सहायता पर खास ध्यान दिया जा रहा है.