उत्तराखंड में बारिश से बीते 24 घंटे में पांच लोगों की मौत हो गई. केदारनाथ मार्ग पर गुरुवार रात रुद्रप्रयाग में मलबे में दबकर नेपाली मूल के चार लोगों की मौत हो गई. देहरादून में उफनाए नाले में बहने से एक युवक की मौत हो गई. केदारनाथ और बदरीनाथ हाईवे पर भूस्खलन से शुक्रवार को आवाजाही बाधित रही.
रुद्रप्रयाग में गुरुवार रात करीब डेढ़ बजे फाटा हेलीपैड के पास नाला उफान पर आ गया. इस पानी के साथ इतना मलबा आया कि नाले के किनारे टेंट लगाकर रह रहे चार मजदूर दब गए. सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ ने जब तक उन्हें निकाला, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. ये लोग फाटा में मजदूरी करते थे. देहरादून के कालसी में बरसात में उफनाए नाले में बहकर खाई में गिरने से एक युवक की मौत हो गई. उसकी शिनाख्त 27 वर्षीय योगेश कुमार निवासी कुंवर गांव, बदायूं के रूप में हुई.
मसूरी में तीन जगह भूस्खलन से टिहरी बाईपास रोड पर आवाजाही ठप हो गई. यहां करीब तीन घंटे तक लोग फंसे रहे. उधर, चमोली जिले में जोशीमठ के पगनो गांव में पहाड़ से आ रहे मलबे के चलते 42 परिवार खतरे की जद में आ गए. हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया.