रायपुर. जैसे-जैस समय बीत रहा है भाजपा में रायपुर दक्षिण विधानसभा के उपचुनाव में टिकट के दावेदार कम होने लगे हैं. कल तक करीब 50 दावेदार थे, जो अब घटकर 20 हो गए हैं. हालांकि इनमें गंभीर और चुनाव जीतने की क्षमता रखने वाले दावेदार महज गिनती के हैं. यही वजह है कि अधिकांश दावेदारों ने नगरीय निकाय चुनाव की ओर रुख कर लिया है.
वहीं विभिन्न समाजों ने टिकट को लेकर सत्ता- संगठन पर दबाव और बढ़ाना शुरू कर दिया है. मालूम हो कि पूर्व कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के रायपुर सांसद बनने के बाद से दक्षिण विधानसभा सीट रिक्त हुई है. यह सीट मई महीने में रिक्त हुई थी, नियमानुसार उपचुनाव छह महीने के भीतर करवाना है. इसे लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय छत्तीसगढ़ ने भारत चुनाव आयोग नई दिल्ली को रिपोर्ट भी भेज दी है, जिसके मुताबिक छत्तीसगढ़ में उपचुनाव अक्टूबर-नवंबर में संभावित है. बताया जा रहा हैं कि हरियाणा और जम्मू- कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे, इसके बाद 10 या 11 अक्टूबर को महाराष्ट्र चुनाव का कार्यक्रम जारी होगा. इसी दौरान छत्तीसगढ़ की एक मात्र सीट पर उपचुनाव की घोषणा हो सकती है. लिहाजा दावेदार समेत सत्ताधारी दल भाजपा और मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस उपचुनाव की तैयारी में जुट गई हैं. चूंकि छत्तीसगढ़ में उपचुनाव में जीत का ट्रेंड सत्ताधारी दल के पक्ष में रहा है, जिसके चलते दावेदारों की संख्या कल तक भाजपा में ही सबसे ज्यादा रही, किंतु धीरे धीरे संगठन के नेताओं की समझाइश के बाद अब दावेदारों की संख्या कम हुई है. किंतु अभी भी कांग्रेस के मुकाबले भाजपा में दावेदारों की संख्या ज्यादा है. इसमें चुनाव की घोषणा होने तक और कमी आएगी. वैसे माना जा रहा है कि रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से सात बार विधायक रहे श्री अग्रवाल की टिकट में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी, किंतु संगठन क्या निर्णय लेगा? इस पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है.
दक्षिण उपचुनाव में सबसे अधिक इन नामों पर चर्चा
रायपुर दक्षिण उपचुनाव को लेकर भाजपा में सबसे ज्यादा पूर्व सांसद सुनील सोनी, प्रदेश कोषाध्यक्ष नंदन जैन, प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता, प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव के अलावा सांसद श्री अग्रवाल के परिवार के सदस्य और सुभाष तिवारी जैसे नामों की चर्चा है. इन राजनीतिक चर्चा में सांसद श्री अग्रवाल को ही चुनाव संचालक बनाए जाने की भी बातें सामने आ रही है, किंतु अब तक सांसद ने उपचुनाव को लेकर कोई बड़ी प्रतिक्रिया नहीं दी है. गत दिनों एक प्रेस कांफ्रेस में जरूर श्री अग्रवाल ने दावा किया कि रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट भाजपा का था, भाजपा का रहेगा, बृजमोहन अग्रवाल ही चुनाव लड़ेंगे.