नई दिल्ली . मेक इन इंडिया के तहत भारत का कई क्षेत्र में निर्यात बढ़ा है. बुधवार को मेक इन इंडिया के 10 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा कि यह देखना उल्लेखनीय है कि विभिन्न क्षेत्रों में निर्यात कैसे बढ़ा है. हर क्षेत्र में क्षमताएं निर्मित हुई हैं, जिससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है. भारत सरकार हर संभव तरीके से ‘मेक इन इंडिया’ को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है. सुधारों में भारत की प्रगति भी जारी रहेगी.
सेमीकंडक्टर उद्योग को लेकर प्रधानमंत्री ने लिखा कि हमारे सेमीकंडक्टर उत्पादन क्षेत्र में 1.5 लाख करोड़ का निवेश आकर्षित हुआ है. देश में पांच प्लांट को स्वीकृत किया गया है, जिनकी प्रतिदिन सात करोड़ चिप उत्पादन की क्षमता होगी.
बीते दशक में घरेलू स्तर पर उत्पादन को बढ़ावा मिला
प्रधानमंत्री ने लिखा कि 10 वर्ष में घरेलू स्तर पर उत्पादन को बढ़ावा मिला है. 140 करोड़ भारतीय के प्रयासों से नवीन खोज,कौशल विकास और विदेशी निवेश को बढ़ावा मिला है. 2014 के मुकाबले 2024 में भारत का मोबाइल निर्यात 1556 करोड़ रुपये से बढ़कर 1.2 लाख करोड़ हो गया है, जिसमें 7500 प्रतिशत की आश्चर्यजनक वृद्धि हुई है. आज भारत में उपयोग होने 99 फीसदी मोबाइल का उत्पादन देश के अंदर हो रहा है. स्टील उद्योग भी 50 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. नवीनीकृत ऊर्जा के क्षेत्र में भी बीते एक दशक में भारत दुनिया में चौथा बड़ा उत्पादक बन गया है. रक्षा क्षेत्र का उत्पादन एक हजार करोड़ से बढ़कर 21 हजार करोड़ पहुंच गया है. खिलौना उत्पादन में भी 239 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 4.91 करोड़ से अधिक एमएसएमपी पंजीकृत हुए है, जिसमें 1.85 करोड़ का संचालन महिलाओं द्वारा किया जा रहा है. पीएलआई से भी रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि भारत का रक्षा उत्पादन 2023-24 में मूल्य के लिहाज से 1.27 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि भारत अब 90 से अधिक मित्र देशों को हथियार और सैन्य साजो सामान निर्यात कर रहा है. रक्षा मंत्री ने एक पोस्ट में कहा कि भारतीय सशस्त्रत्त् बल अब भारतीय सरजमीं पर निर्मित हथियारों और साजो सामान का उपयोग कर रहे हैं.
भारत के विनिर्माण क्षेत्र में ब्रेक लगा दिया खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई मेक इन इंडिया पहल की आलोचना करते हुए इसे एक स्टंट करार दिया. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, निर्यात में गिरावट और बचत में कमी के साथ मेक इन इंडिया पर सरकार के शानदार विज्ञापन इसकी भारी विफलताओं को छुपा नहीं सकते. खरगे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि मोदी सरकार के मेक इन इंडिया स्टंट के 10 साल ने भारत के विनिर्माण क्षेत्र में ब्रेक लगा दिया है.