घिरे छत्तीसगढ़ के आईएएस, जांच शुरू
रायपुर नेशनल हेल्थ मिशन एनएचएम के पूर्व के डायरेक्टर आईएएस जगदीश सोनकर के खिलाफ सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। उन पर लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान 50 से अधिक तबादले करने का आरोप है। इसके अलावा महासमुंद के जिला लेखापाल की हार्ट अटैक के मामले में भी वे घिरे हैं। इन दोनों मामलों के अलावा उनके कार्यकाल के बजट आवंटन को लेकर भी शासन स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है। आईएएस सोनकर इसी साल जनवरी से अक्टूबर तक एनएचएम के डायरेक्टर रहे। उनके कार्यकाल में एनएचएम के 50 से ज्यादा अफसरों व कर्मचारियों को आचार संहिता के दौरान ही तबादला किया गया था। उसी समय तबादलों को लेकर शिकायत की गई लेकिन मामला फाइलों में दब गया। इसी बीच वे महासमुंद के जिला लेखापाल राकेश देवांगन की हार्ट अटैक से मौत को लेकर विवादों में घिरे। लेखापाल का रायपुर से महासमुंद तबादला किया गया था। उन्होंने अपनी पारिवारिक स्थिति का हवाला देकर तबादला कैंसिल करने का आग्रह किया था। लेखापाल की मौत को लेकर दो आदेश जारी किए गए हैं। पूछा गया है कि उनका तबादला कब किया गया और उन्होंने उसे कैंसिल करने के लिए कितनी बार आवेदन दिया। उनके आवेदन कहां जाकर अटके। बजट को लेकर सबसे ज्यादा विवाद एनएचएम के बजट आवंटन को लेकर उनके कार्यकाल में कई तरह के विवाद हुए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग का बजट भी रोक दिया था। इसे लेकर उनका हेल्थ डायरेक्टर के साथ स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव के सामने विवाद हो गया था। बजट आवंटन के लिए दिए गए जांच आदेश में कहा गया है कि उनके कार्यकाल में कौन कौन से जिले कितना कितना बजट आवंटित किया गया। किस किस मद के लिए बजट दिया गया। ये भी पूछा गया है।