स्पेसएक्स के फॉल्कन रॉकेट से लॉन्च होगा नासा का ‘ड्रैगनफ्लाई’
वाशिंगटन, एजेंसी. नासा अपने अभूतपूर्व ड्रैगनफ्लाई मिशन को 2028 में लॉन्च करेगा. इस मिशन को प्रक्षेपित करने के लिए अरबपति एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के फॉल्कन हेवी रॉकेट को चुना है. इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत शनि के सबसे बड़े चंद्रमा टाइटन पर जीवन संबंधी संभावनाओं से पर्दा उठाने की योजना है.
इसके लिए नासा की ओर से एक कार के आकार का ऑक्टोकॉप्टर भेजा जाएगा, जो परमाणु संचालित होगा. जानकारी के मुताबिक, ड्रैगनफ्लाई किसी अन्य ग्रह पर वाहन उड़ाने वाला नासा का यह पहला मिशन होगा. रिपोर्ट के मुताबिक, फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से 5 से 25 जुलाई, 2028 के बीच ड्रैगनफ्लाई उड़ान भरेगा. इसे दुनिया के सबसे शक्तिशाली रॉकेट फॉल्कन से टाइटन पर भेजा जाएगा.
नासा ने लॉन्च और उससे जुड़े खर्चों के लिए स्पेसएक्स के साथ 256.6 मिलियन डॉलर का अनुबंध किया है. मिशन का कुल खर्च 3.35 अरब डॉलर है. 2034 में टाइटन पर पहुंचने वाला रोटरक्राफ्ट कई स्थलों की यात्रा करेगा. इस दौरान कई तथ्यों की जानकारी जुटाएगा.
क्या है ड्रैगनफ्लाई
ड्रोन जैसा रोटरक्राफ्ट परमाणु ऊर्जा से चलेगा और यह एक कार के आकार के रूप में दिखेगा. इसमें लगे आठ पंखे टाइटन के घने वातावरण में उड़ाने में सक्षम होंगे. यह नमूने एकत्र करने और विश्लेषण करने के लिए विभिन्न स्थानों पर उतरेगा. इस ड्रोन में कैमरा, नेविगेशन टूल और थ्री-डी मैपिंग के लिए एक एलआईडीएआर सिस्टम लगा है. यह संदेश भी भेजेगा.
1. टाइटन पर जीवन की खोज
2. वातावरण का पता लगाना प्रीबायोटिक रासायनिक प्रक्रियाओं की खोज करना
3. मीथेन समुद्र, बर्फीले और जैविक टीलों की खोज
4. हाइड्रोकार्बन आधारित जीवन के अस्तित्व के बारे में जानना
प्रोबा-3 मिशन चार को लॉन्च होगा
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो) प्रोबा-3 मिशन को लॉन्च करने के लिए तैयार है. रविवार को इसरो ने कहा कि यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) का प्रोबा-3 मिशन 4 दिसंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्षयान से उड़ान भरेगा. अंतरिक्ष एजेंसी इस मिशन को सबसे भरोसेमंद ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) से लॉन्च करेगा.
एलन मस्क की इस महत्वाकांक्षी परियोजना का मकसद चंद्रमा टाइटन पर जीवन संबंधी संभावनाओं को तलाशना है, नासा का यह अपने तरह का पहला मिशन