छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव 15 जनवरी के बाद होंगे. निकाय चुनाव की वोटिंग एक साथ नहीं होगी लेकिन निकाय और पंचायत चुनाव के कार्यक्रम एक साथ घोषित किए जाएंगे. दोनों चुनाव को लेकर एक साथ आचार संहिता लगेगी.
प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने यह जानकारी दी है. बुधवार को उन्होंने मीडिया से कहा कि दोनों चुनाव एक साथ घोषित होंगे. आरक्षण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. आरक्षण की जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग को भेजी जा रही है. इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग कार्यक्रम घोषित करेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदान अलग-अलग चरणों में होंगे.
आचार संहिता 15 के बाद
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव 15 जनवरी के बाद ही होंगे. क्योंकि राज्य निर्वाचन आयोग ने वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का कार्यक्रम जारी कर दिया है. मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 15 जनवरी को होगा. इसके बाद ही निकाय और पंचायत चुनाव होंगे. राज्य निर्वाचन आयोग इसके बाद कभी भी तारीखों का ऐलान करेगा. ये ऐलान होते ही आचार संहिता लागू हो जाएगी.
कांग्रेस ने कहा- रिकॉर्ड तोड़ देंगे
कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने दावा किया कि कांग्रेस इन निकाय चुनावों में न सिर्फ अपनी पिछली जीत दोहराएगी, अबकी बार और अधिक निकाय में कांग्रेस के प्रत्याशी जीत कर आएंगे. पिछले चुनाव में कांग्रेस ने अधिकांश नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में जीत हासिल की थी.
ये मुद्दे होंगे हावी
कांग्रेस निकाय चुनावों में कानून व्यवस्था, रोज हो रही हत्याओं, रेप, लूट, चाकूबाजी की घटनाओं का जिक्र लेकर जनता के बीच जाएगी. कांग्रेस का दावा है कि इन वारदातों की वजह से जनता सरकार से निराश है.
कांग्रेस कह रही है कि विधानसभा चुनाव के समय भाजपा ने जनता से जो वादा किया था, एक साल में उसको पूरा नहीं किया है. न 500 रुपए सिलेंडर देने का वादा पूरा किया और न ही 18 लाख आवास देने का वादा पूरा किया. भाजपा राज में बिजली के दाम बढ़ गए.