‘लाल आतंक’ के खिलाफ सुरक्षाबलों ने ताबड़तोड़ प्रहार को और तेज कर दिया है. छत्तीसगढ़ में बस्तर के बाद अब गरियाबंद में नक्सलियों को बड़ी चोट लगी है. यहां सुरक्षाबलों ने 24 घंटे में 14 से ज्यादा नक्सलवादियों को मार गिराया है. मृतकों की संख्या में अभी इजाफा होने की संभावना है. रविवार से ही यह मुठभेड़ जारी है. रात को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण गोलीबारी हुई. गृहमंत्री अमित शाह ऐलान कर चुके हैं कि मार्च 2026 तक देश को नक्सलमुक्त कर दिया जाएगा.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर मैनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक जंगल में सोमवार देर रात और मंगलवार सुबह मुठभेड़ हुई, जिसमें 12 और माओवादी मारे गए. इससे पहले सोमवार को मुठभेड़ में दो महिला नक्सली मारी गई थीं और सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन का एक जवान घायल हो गया था.
अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ से जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और ओडिशा से विशेष अभियान दल (एसओजी) का एक संयुक्त दल अभियान में शामिल है. उन्होंने बताया कि ओडिशा के नुआपाड़ा जिले की सीमा से लगभग पांच किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़ के कुलारीघाट रिजर्व वन में बड़ी संख्या में माओवादियों की मौजूदगी की जानकारी के आधार पर 19 जनवरी की रात को अभियान शुरू किया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को अभियान के दौरान मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार, गोलाबारूद और एक ‘सेल्फ लोडिंग’ राइफल मिली थी और बारूदी सुरंग का पता चला था. उन्होंने बताया कि मारे गए माओवादियों की संख्या बढ़ सकती है. रायपुर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने बताया कि क्षेत्र में पिछले 24 घंटे से लगातार मुठभेड़ जारी है. मिश्रा ने बताया कि इस मुठभेड़ में कई शीर्ष नक्सलियों के मारे जाने की संभावना है.