
मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर ने मंगलवार को भक्तों के लिए एक नया ड्रेस कोड जारी किया है. इसके तहत श्रद्धालुओं को शॉर्ट स्कर्ट और अन्य कपड़े पहनने पर प्रतिबंध लगाया गया है. श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट (SGTT) ने कहा कि भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने से पहले उचित और शालीन कपड़े पहनने की अनुशंसा की गई है.
अगले हफ्ते यह ड्रेस कोड लागू होगा, जिसके बाद भक्तों को शालीन कपड़े पहनना होगा. मंदिर में छोटे कपड़े पहनने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा, ट्रस्ट ने कहा कि “छोटे कपड़े, शॉर्ट स्कर्ट या ऐसे कपड़े जो शरीर के अंगों को उजागर करते हैं, पहनने वाले भक्तों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.”
शिकायतों के बाद लिया निर्णय
सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि कई भक्तों ने ड्रेस कोड के बारे में शिकायत की थी, जिसके बाद मंदिर में अन्य भक्तों को असुविधा होने की शिकायत की गई थी. भक्तों को ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष पवन त्रिपाठी ने कहा, “हमें कुछ भक्तों के कपड़ों को लेकर अन्य भक्तों से शिकायतें मिली हैं. लोग चाहते थे कि कपड़ों पर कुछ प्रतिबंध लगाए जाएं. भक्तों को ट्रस्ट द्वारा लिया गया निर्णय मानना होगा.”
उन्होंने यह भी बताया कि देश भर में कई मंदिरों ने हाल ही में भक्तों के लिए ड्रेस कोड लागू किया है, जिससे धार्मिक स्थानों पर कपड़ों का चुनाव चर्चा में आ गया है.
प्लास्टिक बैग पर भी रोक
मंदिर ट्रस्ट ने भक्तों को भोजन देने के लिए प्लास्टिक बैगों का इस्तेमाल करने के बजाय कागज की थैलियों का उपयोग करने का भी फैसला किया है, हालांकि यह प्रक्रिया अभी परीक्षण के लिए शुरू की गई है.
आपको बता दें कि पिछले दिसंबर में वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के प्रशासन ने कहा कि मंदिर एक पूजास्थल है न कि एक पर्यटन स्थल, इसलिए लोगों को आधी पैंट, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, फटे हुए जींस, चमड़े के कपड़े या अन्य आपत्तिजनक वस्त्र पहनकर नहीं आना चाहिए.
मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर ने मंगलवार को भक्तों के लिए एक नया ड्रेस कोड जारी किया है. इसके तहत श्रद्धालुओं को शॉर्ट स्कर्ट और अन्य कपड़े पहनने पर प्रतिबंध लगाया गया है. श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट (SGTT) ने कहा कि भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने से पहले उचित और शालीन कपड़े पहनने की अनुशंसा की गई है.
अगले हफ्ते यह ड्रेस कोड लागू होगा, जिसके बाद भक्तों को शालीन कपड़े पहनना होगा. मंदिर में छोटे कपड़े पहनने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा, ट्रस्ट ने कहा कि “छोटे कपड़े, शॉर्ट स्कर्ट या ऐसे कपड़े जो शरीर के अंगों को उजागर करते हैं, पहनने वाले भक्तों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.”
शिकायतों के बाद लिया निर्णय
सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि कई भक्तों ने ड्रेस कोड के बारे में शिकायत की थी, जिसके बाद मंदिर में अन्य भक्तों को असुविधा होने की शिकायत की गई थी. भक्तों को ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष पवन त्रिपाठी ने कहा, “हमें कुछ भक्तों के कपड़ों को लेकर अन्य भक्तों से शिकायतें मिली हैं. लोग चाहते थे कि कपड़ों पर कुछ प्रतिबंध लगाए जाएं. भक्तों को ट्रस्ट द्वारा लिया गया निर्णय मानना होगा.”
उन्होंने यह भी बताया कि देश भर में कई मंदिरों ने हाल ही में भक्तों के लिए ड्रेस कोड लागू किया है, जिससे धार्मिक स्थानों पर कपड़ों का चुनाव चर्चा में आ गया है.
प्लास्टिक बैग पर भी रोक
मंदिर ट्रस्ट ने भक्तों को भोजन देने के लिए प्लास्टिक बैगों का इस्तेमाल करने के बजाय कागज की थैलियों का उपयोग करने का भी फैसला किया है, हालांकि यह प्रक्रिया अभी परीक्षण के लिए शुरू की गई है.
आपको बता दें कि पिछले दिसंबर में वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के प्रशासन ने कहा कि मंदिर एक पूजास्थल है न कि एक पर्यटन स्थल, इसलिए लोगों को आधी पैंट, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, फटे हुए जींस, चमड़े के कपड़े या अन्य आपत्तिजनक वस्त्र पहनकर नहीं आना चाहिए.