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Raipur News: नगर निगम में 31 मार्च से पहले प्रॉपर्टी टैक्स में 400 करोड़ रुपए की वसूली के लिए पिछले सप्ताह रोड मैप बनाया था. इसमें सभी जोन कमिश्नरी को अलग अलग टारगेट दिये गये थे. लेकिन अभी भी निगम में वर्ष 2010 के बड़े बकायादार मौजूद हैं. निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा के निर्देश पर 18 फरवरी को निगम के सभी 10 जोन कमिश्नरी में से जोन 1,4,8 व 9 कमिश्नरी में राजस्व की स्थिति पर समीक्षा की गई. इसके अलावा छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल (हाउसिंग बोर्ड) से भी टैक्स की वसूली के लिए निगम ने डिामांड नोट जारी कर दिया. यह टैक्स प्रॉपर्टी का नहीं, बल्कि पेयजल का है.
इस समीक्षा बैठक में अपर आयुक्त राजेंद्र प्रसाद गुप्ता और उपायुक्त डॉ. अंजलि शर्मा के साथ ही राजस्व अधिकारी खीरसागर नायक ने की. इस समीक्षा बैठक में 2 लाख रुपए से लेकर 23 लाख रुपए तक के बड़े बकायादारों
का खुलासा हो गया. इसकी वसूली के लिए अधिकारियों ने अभियान चलाकर सख्ती बरतने का आदेश दे दिया. उन्होंने कहा कि बड़े बकायादारों को तत्काल डिमांड नोट जारी करके फरवरी अंत तक टैक्स की राशि वसूल कर ली जाए. इस बैठक में जोनवार बकायादारों के जो आंकड़े सामने आये उनमें वर्ष 2010 से 2023 तक के लगभग 200 से अधिक हैं. इनकी टैक्स बकाया राशि 2 लाख से 23 लाख रुपए तक पहुंच चुकी है. सबसे अधिक 250 बड़े बकायादार जोन-4 कमिश्नरी में और जोन-8 कमिश्नरी में 2 से 5 लाख तक के बड़े बकायादार लगभग 70 हैं. वहीं जोन-1 कमिश्नरी में ही बकायादारों की संख्या सिर्फ 7 है, लेकिन इनके बकाये की राशि 89 लाख रुपए के करीब पहुंच चुकी है. इसी प्रकार जोन-9 कमिश्नरी में भी अकेले पेयजल टैक्स को देखें, तो बकाये की राशि का आंकड़ा 2 करोड़ रुपए के पार जा चुका है.
जोन-1 कमिश्नरी में 2010 से बकाया
समीक्षा बैठक में जोन-1 कमिश्नरी में ही वर्ष 2010 से लंबित दो बड़े बकायादारों के नाम सामने आ गये हैं. इन दोनों बकायादारों की राशि 65 लाख रुपए के करीब है. इसी प्रकार वर्ष 2016 के तीन बकायादारों की भी राशि 33 लाख रुपए पार कर चुकी है. इसी जोन में वर्ष 2022 के बड़े बकायादार 2 लाख 54 हजार और वर्ष 2023 के बड़े बकायेदार की राशि 6 लाख 17 हजार है.