भारतीय खिलाड़ी युवराज जैसा कमाल करते हुए बेन स्टोक्स ने इंग्लैंड को बनाया चैंपियन
खेल डेस्क। विश्व कप टूर्नामेंट में इंग्लैंड के लिए बेन स्टोक्स ने एक बार फिर महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। बेन स्टोक्स ने न सिर्फ रन बनाए, बल्कि एक छोर संभालते हुए टीम को जीत तक लेकर गए। इससे पहले ऐसा ही कुछ 2019 के एकदिवसीय विश्व कप में किया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए फाइनल मैच में बेन स्टोक्स ने 98 गेंद पर नाबाद 84 रन बनाए थे और इंग्लैंड को विश्व विजेता बनाया था। ऐसा ही कुछ भारत के लिए युवराज सिंह ने 2007 टी20 विश्व कप और 2011 के एकदिवसीय विश्व कप में किया था।
बात करें फाइनल मैच की तो जॉस बटलर के टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया। सैम करन और आदिल रशीद की बेहतरीन गेंदबाजी की बदौलत एमसीजी में पाकिस्तान को 8 विकेट पर 137 रन पर रोक दिया। इसके बाद लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की भी खराब शुरुआत हुई। पाकिस्तान के गेंदबाजों ने जल्दी विकेट लेकर इंग्लैंड पर दबाव बना दिया।
एक छोर पर खड़े होकर बेन स्टोक्स बनाते रहे रन
ऐसे में क्रीज पर आए बेन स्टोक्स ने एक छोर संभाले रखा और धीरे-धीरे स्कोर बोर्ड को धीरे-धीरे बढ़ाते रहे। जब इंग्लैंड को 30 गेंद पर 41 रन की जरुत थी तो स्टोक्स ने बड़े शॉट खेलते हुए टीम के ऊपर दबाव खत्म किया। इसमें मोईन अली ने भी साथ दिया। एक समय पाकिस्तान के गेंदबाज इंग्लैंड पर हावी हो गए थे। 13वें ओवर में शाहीन ने हैरी ब्रूक को का एक शानदार कैच पकड़ा। हालांकि, इस दौरान उनके घुटने में चोट लग गई।
इफ्तिखार अहमद के ओवर का उठाया फायदा
16 वें ओवर में सिर्फ एक गेंद फेंकने के बाद अफरीदी मैदान से बाहर चले गए। शाहीन के बाहर जाने पर उनकी जगह बॉलिंग करने आए बाएं हाथ के स्पिनर इफ्तिखार अहमद करने आए। इस ओवर में स्टोक्स ने एक चौका और छक्का लगाकर इंग्लैंड की जीत सुनिश्चित कर दिया। इस ओवर के बाद इंग्लैंड को 24 गेंद में 28 रन चाहिए थे जीत के लिए और अंत में स्टोक्स ने फिनिशिंग टच दिया।
युवराज सिंह भारत के लिए कर चुके हैं ऐसा कारनामा
बात दें कि युवराज सिंह ने भारत को दो विश्व कप जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 2007 में युवराज सिंह ने बेहतरीन प्रर्दशन किया था। सेमीफाइल मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की पिटाई करते हुए 30 गेंदों में 70 रन ठोके थे। इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया वो मैच कौन भूल सकता है, जिसमें युवराज ने ब्राड को 6 छक्के मारे थे। 2011 के एकदिवसीय विश्व कप में भी युवराज सिंह ने बल्ले और गेंदबाजी से योगदान दिया था और युवी, मैन ऑफ द टूर्नामेंट बने थे।