41वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के छत्तीसगढ़ पवेलियन पहुंचे पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू

रायपुर. नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में लगाए गए छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) पवेलियन देश-विदेश के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है. छत्तीसगढ़ पवेलियन में ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़” की झलक देखने को मिल रही है. यहां छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग (Chhattisgarh Tourism Department) ने भी अपना स्टाल लगाया है. जिसे देखने छत्तीसगढ़ के लोक निर्माण, गृह, पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू पहुंचे. उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ छत्तीसगढ़ टूरिज्म के स्टाल का जायजा लिया और प्रदर्शित परियोजनाओं का अवलोकन करते हुए उनकी जानकारी ली.

छत्तीसगढ़ पवेलियन में सुदृढ़ ग्रामीण अर्थव्यवस्था और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते छत्तीसगढ़ को दिखाने का प्रयास किया गया है. यहां प्रदर्शनी बोर्ड के माध्यम से आगंतुकों को छत्तीसगढ़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने वाली योजनाओं की जानकारी दी जा रही है. प्रदेश की कला, संस्कृति, सभ्यता और परंपरा की परिभाषा को हर तरीके से परिभाषित किया जा रहा है.
सी मार्ट- ग्रामीणों का अपना शॉपिंग मॉल :
छत्तीसगढ़ पवेलियन में सी-मार्ट का स्टॉल लगा हुआ है. सी मार्ट ग्रामीण अर्थव्यवस्था के तेजी से विकास के लिए गांवों में तैयार उत्पादों को शहरों से जोड़ने की पहल की गयी है. यहाँ महिला स्व सहायता समूहों, शिल्पियों, बुनकरों व अन्य पारंपरिक एवं कुटीर उद्योगों द्वारा निर्मित उत्पादों का विक्रय किया जाता है. पवेलियन में भी इस स्टाल पर विभिन्न उत्पादों की खरीदी की जा सकती है.

स्टालों में दिख रही छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति :
पवेलियन में छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति से जुड़े हुए उत्पादों को बखूबी डिस्प्ले किया गया है. छत्तीसगढ़ की जनजाति समुदाय द्वारा हाथ से बनाई गयी शिल्प वस्तु, कलाकृति, चित्रकारी, परिधानों की प्रदर्शनी लगाई गयी है. यहाँ बुनकर राज्य की खास पहचान कोसा सिल्क की साड़ियाँ लेकर पहुंचे हैं. इसके अलावा विश्व प्रसिद्ध शिल्पकारी बेलमेटल, ढोकरा और गोदना आर्ट को प्रस्तुत किया जा रहा है.