हनुमानजी के इन मंदिरों में लगती है विदेश जाने की अर्जी
नई दिल्ली. भारत में कई प्रसिद्ध मंदिर है, पर कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें कुछ अनोखी वजहों से जाना जाता है. हम सभी जानते हैं कि विदेश जाने के लिए वीजा की जरूरत पड़ती है पर हनुमान मंदिर से ट्रैवलिंग का कनेक्शन थोड़ा चौंकाने वाला है. विदेश जाने के लिए वीजा मिल जाए इस इच्छा को लेकर लोग दिल्ली के कनॉट प्लेस में मौजूद प्राचीन हनुमान मंदिर जाते हैं. पौराणिक कथाओं के मुताबिक हनुमान जी अपनी शक्तियों के आधार पर विदेशी जमीन लंका पहुंच गए थे. लोगों में आस्था है कि भगवान विदेश जाने की प्रार्थना को जरूर स्वीकारते हैं. इसी कारण इस मंदिर में विदेश जाने की इच्छा रखने वालों की संख्या ज्यादा होती है.
वहीं दिल्ली के नेब सराय में भी हनुमान जी का एक चमत्कारी मंदिर मौजूद है. यहां भी देशभर से लोग वीजा लगने की गुहार भगवान से लगाते हैं. कहा जाता है कि यहां आने वाले लोग लाल स्याही या पेन से नोट लिखकर भगवान से मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना करते हैं.
अहमदाबाद के खाडिया इलाके में स्थित है. बजरंगबली का यह मंदिर दुनियाभर में वीजा वाले हनुमान जी के नाम से भी प्रसिद्ध है. यहां लाखों की संख्या में भक्त वीजा की अर्जी लेकर हनुमान जी के शरंण में पहुंचते हैं. यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि, यहां हनुमान जी को प्लास्टिक का हवाई जहाज चढ़ाने से आपके विदेश जाने का सपना पूरा हो सकता है. इस मंदिर में हनुमानजी के चरणों में पासपोर्ट रखकर आशीर्वाद लेने से बजरंगबली के भक्तों की विदेश जाने की सभी बाधाएं दूर होती हैं. तथा उस व्यक्ति को वीजा मिल जाता है. साथ ही इस चमत्कारिक मंदिर का इतिहास करीब 300 साल से भी ज्यादा पुराना है. ये मंदिर वीजा की आस लिए बैठे लाखों लोगों की आस्था का केंद्र बन चुका है.
हैदराबाद के नजदीक उस्मान सागर झील के तट पर स्थित हैदराबाद के सबसे पुराने मंदिरों में से एकचिल्कूर बालाजी मंदिर एक प्राचीन हिंदू मंदिर है. तेलंगाना क्षेत्र के इस प्राचीन मंदिर का निर्माण भक्त रामदासु (भद्राचलम के) के काका अक्कन्ना और मदन्ना के समय में किया गया था. लोग इसे वीसा गॉड टेम्पल के नाम से जानते हैं. यहाँ के लोगों का मानना है कि जिन भक्तों का विदेश जाने का वीसा नहीं लग रहा होता है वे यहाँ आकर चिल्कूर बालाजी के दर्शन करने से उनका चमत्कारिक तरह से वीसा लग जाता है. वीजा बालाजी मंदिर में केवल हिंदू धर्म के लोग ही नहीं बल्कि अन्य सभी धर्मों के वीजा कैंडिडेट्स यहां पर आते हैं.