रामनगर. कॉर्बेट नेशनल पार्क में पहली बार गर्मियों में पक्षियों की गणना कराई गई. इस दौरान 300 प्रजाति के मेहमान और स्थानीय परिंदे दिखाई दिए. अचरज की बात ये है कि इसमें से अधिकांश दक्षिण भारत के हैं, जो गर्मी से बचने और प्रजनन के लिए यहां आए हैं.
इस पार्क में वैसे तो सर्दियों के दौरान परिंदे आना ज्यादा पसंद करते हैं, लेकिन जून महीने में भी यहां पक्षियों की कई प्रजातियां मिलीं. पहली बार कॉर्बेट में मोबाइल ऐप ‘ई-बर्ड’ से पक्षियों की गणना कराई गई. विशेषज्ञों की 24 टीमों ने 20 से 23 जून तक पक्षियों का डाटा एकत्र किया. इस दौरान यहां मिलीं प्रजातियों में हॉर्नबिल, गिद्ध, बार्बेट, ईगल, उल्लू, बुलबुल, कबूतर, फ्लाईकैचर, बीटर आदि प्रमुख हैं.
ठंड में तिब्बत, लद्दाख से आते हैं पक्षी कॉर्बेट में सर्दियों के मौसम में अधिक पक्षी पहुंचते हैं. तिब्बत, लद्दाख समेत ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने पर मेहमान परिंदे सुर्खाब, पोचार्ट, स्टोर्क, विल्डर आदि झुंड बनाकर कई किलोमीटर का सफर तय कर यहां आते हैं और गर्मियां शुरू होते ही वापस लौट जाते हैं. सर्दियों में हुई गणना में अब तक सर्वाधिक साढ़े पांच सौ प्रजाति के पक्षी यहां चिह्नित किए जा चुके हैं.
गणना के दौरान तीन सौ प्रजाति के पक्षी देखे गए. अधिकांश दक्षिण भारत और उत्तर भारत के क्षेत्रों के शामिल हैं. गर्मी से बचने और प्रजनन के लिए पक्षी कॉर्बेट में आते हैं.- अमित ग्वासीकोटी, वार्डन कॉर्बेट
उत्तराखंड के नेशनल पार्क में पहली बार जून में गणना, 300 प्रजातियों के परिंदों का बसेरा मिला