संभल/भकरौली . गुन्नौर कोतवाली क्षेत्र के कैल गांव में शिक्षकों की पिटाई से आहत कक्षा सात के छात्र ने फांसी लगाकर जान दे दी.
क्षेत्र के गांव कैल निवासी भूरे सिंह का 13 वर्षीय बेटा दानवीर गांव के ही निजी स्कूल में कक्षा सातवीं का छात्र था. सोमवार सुबह को स्कूल का एक शिक्षक छात्र के घर पहुंचा और उसको घर से बुलाकर ले गया. शिक्षक ने छात्र की मां शांति देवी से भी स्कूल आने के लिए कहा. स्कूल में छात्र को शिक्षकों ने कमरे में बंद कर लिया और पूछताछ करने लगे. कुछ देर पूछताछ करने के बाद शिक्षक छात्र की पिटाई करने लगे.
छात्र दानवीर की मां शांतिदेवी भी स्कूल में पहुंच गई. शांति देवी स्कूल पहुंचीं, तब स्कूल के शिक्षक छात्र की पिटाई कर रहे थे. इसके बाद वह दानवीर को लेकर घर पर आ गई. उधर, परिवार के सदस्य खेत पर गए थे. इसी बीच छात्र ने घर मे बनी पशुशाला में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. दोपहर के समय मां घर लौटी, तो बेटे का शव फांसी के फंदे पर लटका देखा. चीख पुकार सुनकर परिजन दौड़कर पहुंचे. छात्र की मौत से परिवार में कोहराम मच गया. मां शांतिदेवी, पिता भूरे सिंह और परिवार के अन्य लोगों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने छात्र का शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है और दो शिक्षकों समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. सीओ आलोक सिद्धू ने बताया कि धर्मवीर, हेमंत और बलवीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
बेटे को छोड़ने की गुहार लगाती रही मां
कैल गांव निवासी मृतक छात्र दानवीर की मां शांति ने बताया कि स्कूल का एक अध्यापक घर आया और बेटे दानवीर को अपने साथ स्कूल ले गया जबकि मुझे भी स्कूल आने को कहकर गया. जब तक वह स्कूल पहुंची तब तक दो अध्यापक व एक ग्रामीण बेटे को स्कूल के कमरे को अंदर से बंद कर पिटाई कर रहे थे. मां शांति ने बताया कि बेटे की चीख को सुन वह दरवाजे पर पहुंची. मां ने बताया कि जब वह शिक्षकों को बेटे को पिटते हुए देखा तो वह बेटे को छोड़ने की गुहार लगाने लगी. उसने बताया पहले उसकी आवाज को अनसुनी की गई और कुछ देर बाद शिक्षकों ने छात्र को छोड़ दिया. शिकायत के बाद मामले में धर्मवीर, हेमंत और बलवीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.