फटे-पुराने कपड़ों में स्याना बस स्टैंड पर इधर-उधर घूमने वाले मंदबुद्धि व्यक्ति का उस वक्त खुशी का ठिकाना न रहा जब उसके परिजन अचानक उसे मिल गए.
कस्बे में राजू के नाम से पुकारे जाने वाले उक्त व्यक्ति को रविवार को खुर्रम अकरम ने सर्दी से बचाव के लिए कंबल दिया. इसकी फेसबुक रील बनाकर खुर्रम ने वायरल कर दी. खुर्रम ने बताया कि देर रात उनके पास दिल्ली से एक कॉल आई और कंबल लेने वाले व्यक्ति को उन्होंने अपना भाई बताया. दिल्ली से आए अब्दुल गफ्फार ने बताया कि पांच साल पहले कोरोना काल के दौरान उनका भाई कहीं भटक गया था. अब अचानक फेसबुक पर वीडियो देखी तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा. बुगारसी पहुंचे परिजनों ने राजू का अब्दुल रहमान नाम से आधार कार्ड दिखाया. चौकी प्रभारी सुमित कुमार ने लिखित कार्रवाई पूरी कर अब्दुल रहमान को परिजनों को सौंप दिया. अब्दुल के परिजनों ने बेटे को देखा तो फफक कर रो पड़े.