
केंद्रीय रिजर्व बैंक की ओर से Paytm पेमेंट्स बैंक पर सख्ती बढ़ाने के बाद Paytm की पैरेंट कंपनी- वन 97 कम्युनिकेशंस पर संकट बढ़ता जा रहा है. कंपनी के शेयर में लगातार तीन कारोबारी दिन से लोअर सर्किट लग रहा है तो अब Paytm पेमेंट्स बैंक के लाइसेंस पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
मुकेश अंबानी की कंपनी से बात
इस बीच खबर है कि वन 97 कम्युनिकेशंस यानी पेटीएम अपने वॉलेट कारोबार को बेचने के लिए मुकेश अंबानी से बात कर रही है. Hindu Businessline की एक रिपोर्ट मुताबिक मुकेश अंबानी की कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के अलावा एचडीएफसी बैंक के साथ बातचीत हो रही है. इस खबर के बाद सोमवार को बीएसई पर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर 14% बढ़कर 289.70 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए. यह शेयर का ऑल टाइम हाई भी है. बता दें कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को पिछले साल रिलायंस इंडस्ट्रीज ने डीमर्ज किया था. इसके बाद अगस्त 2023 में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई थी. कई महीने दबाव में रहने के बाद अब यह शेयर तूफानी रफ्तार से बढ़ा है.
पिछले साल से ही हो रही बात
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा की टीम पिछले साल नवंबर महीने से जियो फाइनेंशियल के साथ बातचीत कर रही थी. वहीं,
एचडीएफसी बैंक के साथ बातचीत पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरबीआई के प्रतिबंध से ठीक पहले शुरू हुई थी. यह संभव है कि जियो फाइनेंशियल बड़े बेलआउट के हिस्से के रूप में पेटीएम पेमेंट्स बैंक का अधिग्रहण करने की पेशकश कर सकती है.
आरबीआई का एक्शन
बता दें कि आरबीआई द्वारा पेटीएम पेमेंट्स बैंक को ग्राहक खातों में किसी भी जमा या क्रेडिट को स्वीकार करने से प्रतिबंधित करने के बाद से पेटीएम को अस्तित्व के संकट का सामना करना पड़ रहा है. ऐसा कहा जाता है कि नियामक बैंकिंग लाइसेंस को रद्द करने के साथ-साथ पेटीएम पर संभावित मनी लॉन्ड्रिंग और नो-योर-कस्टमर (केवाईसी) उल्लंघनों की वजह से लाइसेंस रद्द कर सकता है.
लगे कई आरोप
आरबीआई ने जांच में पाया कि 1,000 से अधिक उपयोगकर्ताओं ने एक ही स्थायी खाता संख्या (पैन) को अपने खातों से जोड़ा हुआ था. इसके अलावा केवाईसी से जुड़े नियमों का भी बड़े पैमाने पर उल्लंघन किया गया. आरबीआई को चिंता है कि कुछ खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया जा सकता है.