अगर आप शेयर बाजार में पैसा निवेश करते हैं, तो यह खबर आपके लिए है. फर्जी ऐप में रुपये निवेश कराकर साइबर ठग लोगों से रकम ऐंठ रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने इसके लिए अलर्ट जारी किया है. सोशल मीडिया पर कुछ विशेष ऐप के जरिए साइबर ठग पैसे निवेश कराने के नाम पर ठगी कर रहे हैं. इंस्टाग्राम, टेलीग्राम सहित कई सोशल मीडिया पर दर्जनों ऐप का विज्ञापन दिखाया जा रहा है. पुलिस ऐसे ऐप और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर नजर रखे हुए है.
द्वारका नॉर्थ इलाके में साइबर ठगों ने एक शख्स से फर्जी ऐप डाउनलोड करवाकर 67 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी कर ली. पीड़ित ने बताया था कि अज्ञात लोगों ने धोखाधड़ी कर उससे एक ऐप डाउनलोड कराया और निवेश के नाम पर 67,84,170 रुपये ठग लिए. आरोपियों ने ऐप के जरिए शेयर बाजार में निवेश करने की बात कही थी. इसके बाद आरोपियों ने शुरूआत में कुछ बचत भी दी. बाद में पैसे लेकर संपर्क बंद कर दिया. पीड़ित ने कई किस्तों में शेयर मार्केट ऐप में कई आईपीओ और शेयर खरीदे थे.
प्रचार रोकने के लिए पत्र लिखा
साइबर ठग फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर सैंकड़ों ऐप का प्रचार कर रहे हैं. पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी सोशल मीडिया पर प्रचार में जमकर पैसा खर्च कर रहे हैं. दिल्ली पुलिस की ओर से ऐसे विज्ञापनों की रोक के लिए और प्ले स्टोर से ऐप को हटाने के लिए पत्र लिखा है.
इस तरह किया जाता है फर्जीवाड़ा
साइबर सेल के अधिकारी ने बताया कि साइबर ठगों ने ट्रेडिंग कंपनी में निवेश के नाम पर लोगों को झांसा देने के लिए ऐप, वेबसाइट और कंपनी बनाई हैं. वे नामी कंपनी के प्रतिनिधी बनकर लोगों से निवेश के लिए संपर्क करते हैं. आरोपी उन्हें अपनी बातों में फंसाने के लिए (समारा कैपिटल ..) सहित कई फर्जी कंपनी की वेबसाइट दिखाते हैं. इसे देख लोग ट्रेडिंग कंपनी पर विश्वास करने लगते हैं. फिर आरोपी उन्हें अपना अकाउंट खुलवाने के लिए कहते हैं.
मंगोलपुरी निवासी एक शख्स को महिला ने फोन कर आईपीओ और कच्चे तेल के शेयर में पैसा लगाने की बात कहकर झांसे में ले लिया. आरोपियों ने पीड़ित से 2.10 लाख रुपये निवेश करवाए. विश्वास में लेने के लिए निवेश पर 60 हजार रिटर्न भी दिया. इसके बाद 17.31 लाख रुपये एक खाते में जमा करवाने के बाद पीड़ित से संपर्क बंद कर दिया. आरोपियों ने शख्स से 19 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी कर ली.
ये सावधानियां बरतें
● किसी ऐप की समीक्षा देखकर ही डाउनलोड करें
● विश्वसनीय कंपनियों के ऐप को ही इंस्टॉल करें
● व्यावसायिक ट्रांजेक्शन से पहले अच्छी तरह जांच लें
● अज्ञात टेलीग्राम ग्रुप के जरिए पैसा निवेश न करें
● अगर बन गए हैं तो 1930 पर कॉल करें या वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर शिकायत करें