रायपुर के इस अस्पताल में डॉक्टर, नर्स, मेडिकल टीम से लेकर हर कोई नौकरी नहीं, रखते हैं सेवा भावना…
रायपुर. हजारों बच्चों के दिल के छेद का ऑपरेशन करके नया जीवन देने वाले श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में सेवा देने वालों के दिल भी बड़े हैं. डॉक्टर, नर्स, मेडिकल टीम से लेकर हर कोई नौकरी नहीं, सेवा भावना की भावना रखते हैं. श्री सत्य साईं हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट के चेयरमेन डॉ. सी. श्रीनिवास का कहना है कि ट्रस्ट का पूरा सिद्धांत सेवा भावना से जुड़ा है. यहां कोई भी डाक्टर या कर्मचारी काम को नौकरी की तरह नहीं करता. यह नौकरी करने की संस्था भी नहीं है, यह सेवा करने का पुण्य स्थल है. इसी वजह से बहुत लोग स्वयं से आकर जुड़ने लगे हैं. कई सरकारें, समाज के लोग, बड़ी संस्थाएं पॉजिटिव अप्रोच कर रहे हैं, अपने राज्य, शहरों में संस्थान खोलने आमंत्रण दे रहे हैं. यहां देश और विदेश के कई डॉक्टर मुफ्त सेवा देने आते हैं. कार्डियक सर्जरी में अनुभव के लिहाज से भी ये अस्पताल देश का बड़ा सेंटर बन रहा है, जहां रोज औसतन 25 से 30 मरीज आते हैं. रोज सात से आठ ऑपरेशन होते हैं.
श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल नौकरी नहीं सेवा का पुण्य स्थल : डॉ. श्रीनिवास
डॉ. श्रीनिवास बताते हैं कि जुलाई 2011 में सत्य साईं बाबा की समाधि के बाद उनके आदेश के अनुसार रायपुर में निःशुल्क अस्पताल खोलने की योजना को लेकर पहुंचे थे. तब मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मुलाकात के बाद एक ही दिन में जमीन चिन्हित हो गई. उन्होंने भी सालभर में अस्पताल खोलने का कमिटमेंट किया. वादे के अनुसार 11 महीने में भवन तैयार हो गया.
प्रिवेंटिव हेल्थ पर भी ध्यान देना जरूरी
बच्चों में दिल की बीमारी एक गंभीर समस्या है. इसके समाधान के लिए सरकार और समाज को भी जुड़ना चाहिए. डॉ. श्रीनिवास का कहना है कि क्यूरेटिव हेल्थ के अलावा प्रिवेंटिव हेल्थ भी आवश्यक है. इस दिशा में चुनाव के बाद वृहद कार्यक्रम शुरू करेंगे.
वेद मंत्र से गर्भ से ही अच्छे संस्कार
अस्पताल परिसर में ही मातृ शिशु केंद्र संचालित है. गर्भधारण से हजार दिनों तक महिलाओं और बच्चे का ध्यान रखा जाता है. डॉ. श्रीनिवास कहते हैं कि यहां पर हर चीज की जांच होती है. यदि महिला या बच्चे को किसी तरह की परेशानी है तो प्रारंभिक स्तर पर ही पता चल जाता है. इसके साथ ही यहां सुबह व्यायाम होता है. वेद मंत्र भी चलते रहते हैं, जिसमें बच्चों को गर्भ से ही अच्छे संस्कार मिलते हैं.
हर दिन 10 से 12 सर्जरी संस्थान
श्री सत्य साईर् संजीवनी अस्पताल में 4 ऑपरेशन थियेटर हैं. मॉडल ऐसा है कि एक समय में 4 टीम सर्जरी करते हैं. 3 घंटे से 5 घंटे एक सर्जरी में लग जाता है. इस तरह 8 सर्जरी होते हैं वहीं कैथ लेब में भी 3-4 सर्जरी होते हैं. हर दिन 10 से 12 सर्जरी होती है.