अयोध्या: राम मंदिर की परिधि में आठ द्वारों का निर्माण किया जाएगा
अयोध्या: राम मंदिर की परिधि में अलग-अलग प्रवेश और निकास के लिए आठ द्वारों का निर्माण कराया जाएगा. इनमें जन्मभूमि पथ से प्रवेश के अलावा अंगद टीला से होकर आने वाला निकास द्वार तय हो चुका है.
क्रासिंग थ्री जो वीवीआईपी प्रवेश व निकास का द्वार था, उसे इन दिनों निर्माण सामग्रियों की लोडिंग व अनलोडिंग के लिए प्रयोग किया जा रहा है. ऐसे में इस प्रवेश द्वार के बजाय क्रासिंग 11 को वीवीआईपी मार्ग के रूप में प्रयोग किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त एक उत्तरी द्वार भी निर्माणाधीन है. शेष क्रासिंग वन और टू भविष्य में विशेष प्रयोजन के लिए रखे जा सकते हैं लेकिन इस पर अभी अंतिम निर्णय होना बाकी है. वहीं इन दो द्वारों के अलावा भी तीन और प्रवेश द्वारों पर मंथन चल रहा है.
श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डा. अनिल मिश्र बताते हैं कि राजकीय निर्माण निगम को प्रवेश द्वारों के निर्माण का जिम्मा सौंपा गया है . उन्होंने बताया कि क्रासिंग 11 व उत्तरी गेट की साइज और नाप उपलब्ध होने के बाद इन दोनों का निर्माण निगम की ओर से जल्द शुरू किया जाएगा. तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डॉ. मिश्र ने जानकारी दी कि परकोटे के छह मंदिरों के निर्माण के लिए भूतल पर भूमि पूजन के बाद आगे का निर्माण शीघ्र शुरू होगा.
उन्होंने बताया कि परकोटे में प्रस्तावित छह मंदिरो की दीवाल और उसमें लगने वाली कलाकृतियों को स्थापित करने का काम भी शुरू कर दिया गया है. यह परकोटा भी मंदिर के साथ-साथ पूर्ण होगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि दिसंबर तक मंदिर आकार ले लेगा और मार्च 2025 तक फिनिशिंग भी पूरा हो जाएगा.