वेदांता एल्यूमिनियम कच्चे माल की सस्टेनेबल सोर्सिंग के लिए एल्यूमिनियम स्ट्यूवर्डशिप इनिशिएटिव से प्रमाणित
वेदांता एल्यूमिनियम को एल्यूमिनियम स्ट्यूवर्डशिप इनिशिएटिव (एएसआई) का चेन ऑफ कस्टडी स्टैंडर्ड वी2 (2022) का प्रमाणन प्राप्त हुआ है. कंपनी ने झारसुगुडा, ओडिशा में विशेष आर्थिक ज़ोन संयंत्र में अपने स्मेल्टर के लिए यह प्रमाणन प्राप्त किया है. झारसुगुडा में कंपनी के प्रचालनों में 18 लाख टन की वार्षिक स्मेल्टिंग क्षमता शामिल है जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा एल्यूमिनियम प्लांट बनाती है.
वेदांता एल्यूमिनियम इससे पहले झारसुगुडा में एसईज़ैड आधारित प्लांट तथा बाल्को (कोरबा, छ.ग. स्थित वेदांता एल्यूमिनियम की इकाई) के लिए प्राथमिक एल्यूमिनियम उत्पादों के विनिर्माण एवं आपूर्ति हेतु एएसआई परफॉरमेंस स्टैंडर्ड सर्टिफिकेशन हासिल कर चुकी है.
एल्यूमिनियम स्ट्यूवर्डशिप इनिशिएटिव (एएसआई) एक वैश्विक गैर लाभकारी स्टैंडर्ड सेटिंग एवं सर्टिफिकेशन संगठन है जो एल्यूमिनियम उद्योग के भीतर परिवर्तन लाने प्रयासरत है. एएसआई के मानक पूरी आपूर्ति श्रृंखला में लागू होते हैं . बॉक्साइट के खनन से लेकर डाउनस्ट्रीम सेक्टर तक जो एल्यूमिनियम को अपने उत्पादों में इस्तेमाल करते हैं तथा इन मानकों को दुनिया भर में संवहनीय प्रचालन के संकेतक के तौर पर प्रतिष्ठा प्राप्त है. भारत की प्रतिष्ठित एल्यूमिनियम उत्पादक एवं वेदांता एल्यूमिनियम की इकाई भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) देश में एएसआई परफॉरमेंस स्टैंडर्ड वी3 सर्टिफिकेशन प्राप्त करने वाली पहली कंपनी थी.
चेन ऑफ कस्टडी (सीओसी) एक ऐसी प्रणाली है जिसका इस्तेमाल आपूर्ति श्रृंखला में सामग्री और उससे संबंधित दावों पर निगाह रखने में किया जा सकता है. मूल्य श्रृंखला के माध्यम से विभिन्न डाउनस्ट्रीम सेक्टरों में जो सामग्री उत्पादित एवं प्रसंस्कृत की जाती है उसकी चेन ऑफ कस्टडी की रचना हेतु एएसआई सीओसी स्टैंडर्ड वी2 आवश्यकताओं का निर्धारण करते हैं. एएसआई के सीओसी मानक का अमल आपूर्ति श्रृंखला के क्रमिक चरणों में (एएसआई परफॉरमेंस स्टैंडर्ड के तहत प्रमाणित) उस सामग्री का सत्यापन होता है जिसका उत्पादन एएसआई से प्रमाणित निकायों द्वारा किया जाता है. वेदांता एल्यूमिनियम के स्मेल्टर के प्रमाणन से पूर्व स्वतंत्र थर्ड पार्टी ऑडिट सेटिज़ियॉन वेरिफिका द्वारा किया गया.
इस प्रमाणन के महत्व के बारे में वेदांता एल्यूमिनियम के सीईओ श्री जॉन स्लेवन ने कहा, ’’झारसुगुडा में अपने एसईजेड-आधारित प्रचालनों के लिए चेन ऑफ कस्टडी प्रमाणन का हम स्वागत करते हैं. प्रचालनीय उत्कृष्टता की इस पहचान को हासिल करने वाला यह भारत में पहला है. झारसुगुडा और बालको के हमारे संयंत्रों में एएसआई परफॉरमेंस स्टैंडर्ड सर्टिफिकेशन प्राप्त करने के बाद अब यह प्रमाणन हासिल करना हमारी प्रतिबद्धता को प्रकट करता है कि हम जिम्मेदारी के साथ अपने प्रचालन को आगे बढ़ाना चाहते हैं. वेदांता एल्यूमिनियम में एल्यूमिनियम वैल्यू चेन के हर चरण में संवहनीय तौर-तरीकों को लाने व उन्हें बढ़ावा देने पर ध्यान केन्द्रित करते हैं और इस कोशिश के जरिए हम एक हराभरा भविष्य निर्मित करने के लिए इस ’मेटल ऑफ द फ्यूचर’ की असीम संभावनाओं को तलाशते रहेंगे.’’
एल्यूमिनियम स्ट्यूवर्डशिप इनिशिएटिव की सीईओ डॉ फियोना सोलोमन ने कहा, ’’हम वेदांता लिमिटेड (एल्यूमिनियम बिजनेस) को उनके झारसुगुडा स्मेल्टर के लिए एएसआई सीओसी स्टैंडर्ड वी2 प्रमाणन प्राप्त करने पर बधाई देते हैं. यह प्रमाणन दर्शाता है कि वेदांता जिम्मेदार सोर्सिंग विधियों को अमल में लाने के लिए प्रयासरत है और यह उनके परफॉरमेंस स्टैंडर्ड (वी2) सर्टिफिकेशन के लिए सम्पूरक है, जो उनके सस्टेनेबिलिटी प्रदर्शन में निरंतर सुधार हेतु मार्ग प्रशस्त करता है.’’
वैश्विक एल्यूमिनियम उद्योग में परिवर्तन की अगुआई करते हुए वेदांता एल्यूमिनियम 2050 तक नेट ज़ीरो हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है. कंपनी ने इस लक्ष्य हेतु दो सूत्रीय रणनीति लागू की है जिनमें प्रचालन उत्कृष्टता बढ़ाकर कार्बन फुटप्रिंट घटाना और अपने एनर्जी मिक्स में नवीकरणीय की मात्रा वृद्धि और व्यापक स्तर पर वनीकरण द्वारा कार्बन फुटप्रिंट को ऑफसेट करना शामिल है. कंपनी के उत्पादों का सत्यापन एन्वायर्नमेंट प्रोडक्ट डिक्लेरेशन (ईपीडी) इंटरनेशनल द्वारा संवहनीय तरीके से उत्पादित उत्पादों के तौर पर भी किया गया है.
वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्यूमिनियम भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक है. वित्तीय वर्ष 23 में 22.9 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्यूमिनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया. यह मूल्य संवर्धित एल्यूमिनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है जिनका उपयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है. वेदांता एल्यूमिनियम को एल्यूमिनियम उद्योग में एस एंड पी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असैसमेंट 2023 में पहली वैश्विक रैंकिंग मिली है, यह उपलब्धि कंपनी की सस्टेनेबल विकास प्रक्रियाओं को प्रतिबिम्बित करती है. भारत में अपने विश्वस्तरीय एल्यूमिनियम स्मेल्टर्स और एल्यूमिना रिफाइनरी के साथ कंपनी हरित भविष्य के लिए विभिन्न कार्यों में एल्यूमिनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ’भविष्य की धातु’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन में लगातार आगे बढ़ रही है.