कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता होंगे. कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई इंडिया गठबंधन के संसदीय दल के नेताओं के साथ चर्चा के बाद पार्टी ने यह ऐलान किया.
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस संबंध में प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब को पत्र भी भेज दिया है. कांग्रेस ने राहुल गांधी को लोकसभा में नेता विपक्ष की जिम्मेदारी ऐसे वक्त सौंपी है, जब बुधवार को लोकसभा स्पीकर पद को लेकर एनडीए और इंडिया गठबंधन आमने-सामने है.
फ्रंटफुट पर आए राहुल राहुल गांधी के लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालने के बाद यह साफ है कि अब उन्होंने फ्रंटफुट पर खेलने का फैसला कर लिया. नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालने के बाद राहुल अपने बारे में बनी इस धारणा को तोड़ने में सफल रहे कि वह कोई जिम्मेदारी लेने से डरते हैं.
कद बढ़ेगा राहुल गांधी के लोकसभा में विपक्ष का नेता बनने से संसद और संसद के बाहर उनका कद बढ़ेगा. इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बीच लोकसभा में तालमेल बढ़ेगा. संसद के दोनों सदनों में विपक्ष एक रणनीति बना पाएगा. पिछली लोकसभा के कई बार ऐसा हुआ कि विपक्ष की लोकसभा और राज्यसभा में अलग-अलग रणनीति अपनानी पड़ी थी. क्योंकि, लोकसभा में विपक्ष के पास आंकड़ा कम था. नेता प्रतिपक्ष बनने वाले परिवार के तीसरे सदस्य राहुल गांधी परिवार के तीसरे सदस्य होंगे, जो लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनेंगे. इससे पहले वर्ष 1999 से 2004 तक पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और 1989 से 1990 तक राजीव गांधी भी यह जिम्मा संभाल चुके हैं.
राहुल अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की आवाज खरगे
राहुल गांधी को यह जिम्मा मिलने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर पोस्ट किया, 18वीं लोकसभा में लोकसभा सही मायनों में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करेगी. राहुल गांधी उनकी आवाज बन रहे हैं. उन्होंने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में मुझे विश्वास है कि वह गरीबों की आवाज उठाएंगे.
दस साल बाद नेता प्रतिपक्ष
लोकसभा में दस साल बाद कोई नेता विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी संभालेगा. वर्ष 2014 और 2019 में कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष के लिए आवश्यक सीट हासिल करने में नाकाम रही थी, इसलिए पिछले दस वर्षो से लोकसभा में कोई नेता प्रतिपक्ष नही था. वर्ष 2009 से 2014 के बीच सुषमा स्वराज लोकसभा में विपक्ष की नेता के पद पर थीं. नेता प्रतिपक्ष लोकसभा में आधिकारिक तौर पर विपक्ष का नेतृत्व करता है.