भगवान जगन्नाथ का रत्न भंडार 14 को खुलेगा, एसओपी जारी
पुरी: ओडिशा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार करीब 46 साल बाद 14 जुलाई को खोला जाएगा. हाईकोर्ट जज के नेतृत्व में बनी समिति ने मंदिर के खजाने को खोलने की प्रक्रिया तेज कर दी है. खजाने का लेखा-जोखा आखिरी बार 1978 में लिया गया था. इसके बाद रत्न भंडार का दरवाजा आखिरी बार 1985 में खुला था, इस वक्त सिर्फ मरम्मत का काम किया गया था.
रत्न भंडार भगवान जगन्नाथ के स्थान की पीछे है. इस विशेष समिति को श्री मंदिर के आभूषणों और कीमती सामग्री की सूची तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जस्टिस बिस्वानाथ रथ ने बताया कि इसके लिए मंगलवार को हुई बैठक में एसओपी तैयार कर ली गई है. इसे लेकर सरकार को प्रस्ताव भेज दिया गया है. उम्मीद है कि सरकार से अनुमति मिल जाएगी. उन्होंने कहा कि इस काम में पूरी गोपनीयता बरती जाएगी. इस दौरान दर्शन और अनुष्ठान जारी रहेंगे. बस भगवान के दर्शन दूर से हो सकते हैं. उधर मंदिर समिति को भी इसकी सूचना दे दी गई है. मंदिर समिति की बैठक बुधवार को होगी.
भंडार में 1500 साल पुराने आभूषण
रत्न भंडार की चाबी किसके पास है? इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है. जस्टिस रथ ने बताया कि 14 को चाबी आए या न आए, दरवाजा हर हाल में खोला जाएगा. चाबी नहीं मिली ताला तोड़ने पर उसी समय निर्णय लिया जाएगा. भंडार में 1500 साल पुराने आभूषण मौजूद हैं. ऐसे में आभूषणों की गणना के लिए विशेषज्ञ रखे जाएंगे.