
PM Modi Lex Fridman Podcast: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लेक्स फ्रिडमैन पॉडकास्ट में दिए गए बयान पर चीन ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. चीनी विदेश मंत्रालय ने भारत-चीन संबंधों को मजबूत करने की प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी की प्रशंसा की और दोनों देशों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने की बात कही.
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने पॉडकास्ट के दौरान कहा था कि प्रतिस्पर्धा को संघर्ष में नहीं बदलना चाहिए और मतभेदों को विवाद में तब्दील नहीं होना चाहिए. उन्होंने ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए कहा कि सदियों से भारत और चीन ने एक-दूसरे से सीखा है और वैश्विक भलाई में योगदान दिया है.
भारत-चीन संबंधों पर पीएम मोदी का बयान
पीएम मोदी ने कहा,”यदि आप हिस्टोरिकल रिकॉर्ड्स को देखें, तो भारत और चीन ने मिलकर वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. एक समय पर दोनों देशों का संयुक्त रूप से वैश्विक जीडीपी में 50% से अधिक हिस्सा था. हमारे संबंध सांस्कृतिक रूप से भी बहुत गहरे रहे हैं.” उन्होंने स्वीकार किया कि भारत और चीन के बीच कुछ मतभेद हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि वे विवाद में न बदलें.
चीन की प्रतिक्रिया
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने सोमवार (17 मार्च, 2025) को कहा कि चीन ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान को देखा है और इसकी सराहना करता है. उन्होंने भारत-चीन संबंधों को स्थिर और मजबूत बनाने की दिशा में सहयोग जारी रखने की बात कही.
माओ निंग ने कहा,”भारत और चीन को ऐसे भागीदार बनना चाहिए जो एक-दूसरे की सफलता में योगदान दें, दोनों देशों के लिए हाथी और ड्रैगन के बीच सहयोग ही एकमात्र विकल्प है.” उन्होंने यह भी कहा कि रूस के कजान में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बैठक ने द्विपक्षीय संबंधों के सुधार के लिए एक रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान किया.
भारत-चीन संबंधों को नई दिशा देने की कोशिश
चीनी प्रवक्ता ने कहा कि चीन राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ को अवसर के रूप में लेकर भारत के साथ संबंधों को और मजबूत करना चाहता है. उन्होंने कहा कि दोनों देश स्थिर और ठोस विकास की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं.