शादी के सीजन में रायपुर में चोरों का तांडव, सूने घरों में टूट रहे ताले !

रायपुर. शादी का सीजन, ढोल-नगाड़ों की गूंज, और घरों में खुशियों की चहल-पहल. लेकिन रायपुर में चोरों ने इस माहौल को डर का रंग दे दिया है. शहर से लेकर गांवों तक, सूना घर देखते ही चोर ताले तोड़कर लाखों के गहने और नकदी साफ कर रहे हैं. महज एक-दो घंटे की गैरमौजूदगी में वारदात हो रही है, और पुलिस के हाथ खाली हैं. ऊपर से, चोरी का सामान कम कीमत में दर्ज करने और जांच में देरी के आरोपों ने लोगों का गुस्सा बढ़ा दिया है.
पुलिस की कार्यशैली पर सवाल कीमत कम, जांच धीमी
लोगों में पुलिस के रवैये को लेकर नाराजगी है. शिकायत दर्ज करने में देरी, जांच को लटकाने, और चोरी के सामान की कीमत कम करके लिखने के आरोप लग रहे हैं. सेमरिया की घटना में ढाई तोला सोने की कीमत ढाई लाख रुपए से ज्यादा होने के बावजूद पुलिस ने डेढ़ लाख रुपए का नुकसान बताया. पीड़ित सवाल उठा रहे हैं कि क्या पुलिस चोरों को पकड़ने में गंभीर है, या सिर्फ कागजी कार्रवाई तक सीमित है?
बड़े घर भी चपेट में फैक्ट्री अफसर का घर लुटा
चोरों ने अमीर-गरीब का भेद नहीं किया. मंदिरहसौद के जिंदल कॉलोनी फेस-11 में फैक्ट्री अफसर दीपक अग्रवाल के सूने मकान में 15 अप्रैल को चोरी हुई. सोने-चांदी के जेवर चोर ले उड़े. पुलिस ने 90 हजार की चोरी का केस दर्ज किया, लेकिन पीड़ितों का कहना है कि नुकसान इससे कहीं ज्यादा है.
ताले और लॉकर तोड़े चोरों का बुलडोजर अंदाज
चोरों का तरीका किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं. सेमरिया की घटना में लता साहू अपनी चचेरी बहन की शादी में गई थीं. उनका बेटा कुबेर रात 8:30 बजे गांव की एक शादी में गया, और 10:30 बजे लौटा तो मेन गेट का ताला टूटा था. अलमारी और लॉकर भी चोरों ने तोड़ डाले. सोने की चेन, टॉप्स, लकिट, और चांदी के जेवर गायब. पुलिस ने मामला दर्ज किया, लेकिन चोरों का कोई अता-पता नहीं. इसी तरह, तिल्दा के सतभांवा में सतरूपा वर्मा और उनकी बेटी ज्योति 14 अप्रैल को सुबह तालाब नहाने गई थीं. सवा घंटे में लौटीं, तो घर का ताला टूटा और बेटी के गहने व 10 हजार रुपए गायब. चोरों की यह रफ्तार देख लोग सहमे हुए हैं.
हिस्ट्रीशीटरों का राज पुलिस क्यों है लाचार ?
चोरी को ज्यादातर वारदातों में पुराने अपराधी और हिस्ट्रीशीटर शामिल हैं. हाल ही में एसीसीयू क्राइम ब्रांच ने 22 साल के जागेश उर्फ जग्गूच चौहान को पकड़ा, जो खमतराई और गुढ़ियारी में छह मकानों से साढ़े पांच लाख के जेवर चुराने का आरोपी है. हैरानी की बात? यह शख्स पहले हत्या के प्रयास के मामले में जेल जा चुका है. सूत्र बताते हैं कि चोरी के ज्यादातर मामलों में पुराने रिकॉर्ड वाले अपराधी ही पकड़े जा रहे हैं. सवाल यह है कि पुलिस इन हिस्ट्रीशीटरों पर नजर क्यों नहीं रख पा रही?