
Chhattisgarh Covid Case Update: छत्तीसगढ़ में कोविड-19 के नए वैरिएंट JN.1 से पहली मौत दर्ज की गई है। मृतक व्यक्ति राजनांदगांव का निवासी था और रायपुर के एक निजी अस्पताल में रूटीन डायलिसिस के लिए आया था। इसी दौरान उसे कोविड के लक्षण दिखाई दिए, और जांच में वह पॉजिटिव पाया गया। हालांकि मौत की वजह सिर्फ कोविड नहीं बल्कि उसकी पुरानी फेफड़ों की बीमारियां ILD और CPFE भी थीं, जिन्होंने उसकी हालत और अधिक बिगाड़ दी।
मरीज की मेडिकल हिस्ट्री में पहले से मौजूद थीं जानलेवा बीमारियां
मृतक व्यक्ति को ILD (इंटरस्टिशियल लंग डिजीज) और CPFE (कंबाइंड पल्मोनरी फाइब्रोसिस एंड एंफिसेमा) जैसी गंभीर और पुरानी बीमारियां थीं। ये दोनों बीमारियां फेफड़ों की संरचना को बुरी तरह प्रभावित करती हैं, जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है। कोविड संक्रमण ने इन बीमारियों के कॉम्प्लिकेशन को और बढ़ा दिया, जिससे मरीज की अचानक हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई।
रोजाना मिल रहे हैं नए मरीज, अब तक 117 संक्रमित
प्रदेश में अब तक कोविड के 117 केस सामने आ चुके हैं, जिनमें से 42 मरीज सिर्फ पिछले 5 दिनों में मिले हैं। सोमवार को रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा और महासमुंद से 10 नए केस सामने आए। हालांकि एक्टिव केस 51 हैं और रिकवरी (Chhattisgarh Covid Case Update) की दर भी अच्छी बनी हुई है। अब तक 66 मरीज ठीक हो चुके हैं और सिर्फ एक मरीज ICU में है।
कोविड की ग्रोथ रेट 23.1%, रिकवरी रेट 56.41%
रिपोर्ट्स के अनुसार, कोविड संक्रमण की दैनिक वृद्धि दर 23.1% है, जबकि रिकवरी रेट 56.41% तक पहुंच चुका है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगले 10 दिनों में प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 167 तक पहुंच सकती है, लेकिन इनमें से 96 मरीज ठीक भी हो चुके होंगे। यानी कोविड का असर अब भी सीमित और प्रबंधनीय बना हुआ है।
प्रशासन सतर्क, मॉक ड्रिल और ट्रेनिंग शुरू
पहली मौत (Chhattisgarh Covid Case Update) के बाद राज्य सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में स्टाफ को सैंपल कलेक्शन से लेकर इलाज तक की ट्रेनिंग दी जा रही है। मॉक ड्रिल की जा रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। हेल्थ मिनिस्टर श्याम बिहारी जायसवाल ने सभी संस्थानों को निर्देश दिए हैं कि लक्षण दिखने पर तत्काल रिपोर्टिंग की जाए।
घरेलू आइसोलेशन में ठीक हो रहे अधिकतर मरीज
मेकाहारा अस्पताल के डॉ. आर.के. पांडा के मुताबिक, फिलहाल ज्यादातर मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। चिंता की बात उन मरीजों के लिए है, जिन्हें पहले से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या चेन स्मोकिंग की आदत है। ऐसे मरीजों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है क्योंकि वे जल्दी गंभीर स्थिति में पहुंच सकते हैं।
देश में 108 मौतें, लेकिन नया वैरिएंट कम घातक
राष्ट्रीय स्तर पर कोविड का JN.1 वैरिएंट अब 9 राज्यों को छोड़कर लगभग पूरे देश में फैल चुका है। देश में अब तक 108 मौतें हो चुकी हैं, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार नया वैरिएंट कम खतरनाक है और फैटेलिटी रेट केवल 2% है। अब तक 13,604 से अधिक मरीज रिकवर हो चुके हैं।
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि सर्दी-खांसी, बुखार या सांस की दिक्कत वाले मरीजों की रिपोर्टिंग तत्काल की जाए। ऐसे मरीजों का कोविड टेस्ट कराया जाए और जरूरत पड़ने पर सैंपल भी भेजे जाएं।