
बिहार पुलिस मुख्यालय ने पुलिसकर्मियों को आम जनता से मर्यादापूर्ण व्यवहार और अनुशासन में रहने की सीख दी है। इसको लेकर मुख्यालय के स्तर पर सभी क्षेत्रीय पुलिस पदाधिकारियों व पुलिस अधीक्षकों को स्पष्ट निर्देश जारी किया गया है। लोगों से मिले फीडबैक के आधार पर मुख्यालय ने खास कर महिला पुलिसकर्मियों के ड्यूटी के दौरान शृंगार सामग्री पहनने पर रोक लगादी है।
अपर पुलिस महानिदेशक (विधि व्यवस्था) ने जारी पत्र में कहा कि महिला पुलिसकर्मी के झुमका, नथिया, चूड़ी, कंगन, मंगलसूत्र या अन्य भड़कीले जेवरात ड्यूटी के दौरान वर्दी के ऊपर नहीं दिखने चाहिए। इससे पुलिस की आम जनता के मन में बन रही गैर-पेशेवर छवि पर रोक लगेगी। पुरुष पुलिसकर्मियों को भी फुल यूनिफॉर्म में रहने की ताकीद की गयी है। पुलिस मुख्यालय ने ड्यूटी के दौरान मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर भी सख्त रवैया अपनाया है। ड्यूटी के दौरान लगातार मोबाइल में डूबे रहने के आचरण को गंभीर दोष माना जाएगा।
पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे ऐसे पुलिसकर्मियों की पहचान कर उन पर कार्रवाई करें। इसके लिए सादे वेश में भ्रमण करते हुए ऐसे पुलिसकर्मियों की तस्वीर या वीडियो बनाते हुए उन पर कार्रवाई शुरू की जा सकती है। आम जनता से मिले ऐसी शिकायतों पर भी कार्रवाई होगी। कई बार पुलिस वाहनों में भी पुलिसकर्मियों को वाहन के अंदर सोया हुआ पाया जाता है। ऐसे मामलों में भी कार्रवाई होगी।
पुलिस अधीक्षकों को कड़ाई से अनुपालन का निर्देश
पुलिस मुख्यालय ने सरकारी मोबाइल नंबर से चालू वाट्सएप नंबर पर लगाई जाने वाली डीपी को लेकर भी निर्देश दिया है। पुलिसकर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वे सरकारी नंबर के वाट्सएप पर अपने परिवार या सांकेतिक फोटो की जगह वर्दी के साथ अपनी खुद की तस्वीर लगाएं। इससे आम लोगों को मोबाइल को लेकर कोई फंफ्यूजन नहीं होगा।
सभी पुरुष और महिला पुलिसकर्मियों को ड्रेस कोड कंडक्ट का स्पष्ट रूप से पालन करने का निर्देश दिया गया है। ड्यूटी के दौरान उनके मोबाइल चलाने या सोने जैसे आचरण पर भी नजर रखी जाएगी। इसे आचरण का गंभीर दोष मानते हुए कार्रवाई होगी। सभी पुलिस अधीक्षक यह सुनिश्चित करेंगे। – पंकज दराद, एडीजी, बिहार