पटना . खेमनीचक में बैंककर्मी का 11 वर्षीय पुत्र आज व्हील चेयर पर जिंदगी काटने को विवश है. वह दुर्लभ बीमारी डीएमडी (ड्यूशेन मस्कुलर डिजीज) से ग्रसित है. उसकी मां सुनीता कुमारी ने बताया कि पांच साल तक वह सामान्य बच्चों की तरह ही था. लेकिन अचानक पैर उठाकर चलने लगा. फिर धीरे-धीरे पैर छोटा होने लगा. उसे इलाज के लिए कई अस्पतालों में ले गईं. लेकिन बताया गया कि इस दुर्लभ बीमारी का फिलहाल इलाज संभव नहीं है.
कंकड़बाग के अशोकनगर के संतोष कुमार का पुत्र भी इसी दुर्लभ डीएमडी बीमारी से ग्रसित है.
भारत में 263 प्रकार की दुर्लभ बीमारियां एनएमसीएच के डॉ. बीएन चतुर्वेदी, फोर्ड के डॉ. विनय कृष्ण, आईजीआईएमएस की शिशु रोग विशेषज्ञ पूजा मिश्रा ने बताया कि भारत में 262 प्रकार की दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित मरीजों के इलाज होने के आंकड़े उपलब्ध हैं.