एयर इंडिया के लिए अच्छी खबर! एक ही पायलट उड़ा सकता है बोइंग के दो अलग-अलग विमान
नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के लंबे समय से लंबित अनुरोध को मंजूरी दी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बता दें कि एयर इंडिया ने एक ही पायलट द्वारा दो अलग-अलग बोइंग विमानों को संचालित करने की अनुमति मांगी थी।
डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एयर इंडिया शुरुआत में बोइंग 777 और 787 विमान चलाने के लिए कुल आठ नामित परीक्षकों को प्रशिक्षण दे सकती है। इनमें चार परीक्षकों को बोइंग 777 जबकि चार परीक्षकों को बोइंग 787 के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
महत्वकांक्षी अंतरराष्ट्रीय विस्तार योजनाओं पर आधारित मौजूदा पायलटों को क्रॉस-यूटिलाइजेशन काफी सहायक सिद्ध होगा जिसमें पायलट दो अलग-अलग विमानों को उड़ाने में सक्षम होंगे।
आम तौर पर, एक नामित परीक्षक एक अनुभवी पायलट होता है, जिसे नियामक द्वारा नागरिक विमानन जरूरतों के आधार पर विभिन्न परीक्षाएं और जांच करने के लिए अधिकृत किया जाता है। परीक्षक संबंधित एयरलाइन का कर्मचारी होता है।
अधिकारी ने बताया कि डीजीसीए द्वारा स्वीकृत योजना के अंतर्गत सभी 8 नामित परीक्षकों में से प्रत्येक के पास बोइंग 777 और 787 के अलग-अलग संचालन के मामले में कम से कम 10 बार लैंडिंग के साथ-साथ 150 घंटे की उड़ान का अनुभव होना चाहिए। बता दें कि एयर इंडिया के प्रस्ताव को निगरानी संस्था ने 3 मार्च को मंजूरी दी थी।
दो अलग-अलग विमानों को उड़ा सकता है एक पायलट
एयर इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि एयरलाइन को मल्टी-सीट फ्लाइंग (MSF) के लिए अनुमति मिल गई है। जिसका साफ सीधा मतलब है कि एक ही पायलट दो अलग-अलग विमानों को उड़ा सकता है और इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम से गुजरना होगा।
डीजीसीए की मंजूरी के बारे में पूछताछ पर एयर इंडिया की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई।
एयर इंडिया का हो रहा विस्तार
पिछले साल जनवरी में टाटा समूह ने भारत सरकार से एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था। बता दें कि एयर इंडिया के पास करीब 1825 पायलट हैं और भविष्य में और पायलटों की भर्ती की जा सकती है। जिनमें से 700 पायलट वाइड बॉडी वाले हैं। पिछले महीने एयर इंडिया ने एयरबस और बोइंग को 470 विमानों का ऑर्डर दिया था।