आर्थिक तंगी से परेशान मां-बेटे ने आत्महत्या की योजना बनाई. मां ने हाइपरटेंशन की 70 गोलियां खा ली. इसके बावजूद जब कुछ नहीं हुआ तो बेटे ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. खुद आत्महत्या करते समय उसकी हिम्मत टूट गई और उसने परिजनों को सब बता दिया. परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने बेटे को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस उपायुक्त एम. हर्षवर्धन ने बताया कि मृतक 65 वर्षीय बिसाबी बिस्वास अपने बेटे अनिर्बान बिस्वास के साथ द्वारका सेक्टर-23 में रहती थी. एक साल पहले उनके पति की बीमारी के चलते मौत हो गई थी. बेटा बीबीए की पढ़ाई करने के बाद बेरोजगार है. पति की मौत के बाद बीमे से जो पैसे मिले थे, दोनों उसी से घर चलाते थे. वह पैसा खत्म होने वाला था. बढ़ती आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या करने का फैसला किया.
छत पर बैठा मिला युवक पुलिस ने युवक की तलाश शुरू की और उसे उन्हीं की इमारत की छत से पकड़ लिया. वह छत पर एक कोने में छिपा बैठा था. उसने बताया कि वह छत से कूदना चाहता था, लेकिन इसके लिए भी हिम्मत नहीं जुटा सका.
दोनों ने साथ मिलकर लिखा सुसाइड नोट
आत्महत्या का फैसला करने के बाद मां-बेटे ने मिलकर सुसाइड नोट लिखा. दोनों ने लिखा कि हम आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं और आत्महत्या कर रहे हैं. हमारी मौत के लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं है. इतना लिखने के बाद महिला ने हाइपरटेंशन की 70 गोलियां खा लीं. इसके बाद भी महिला की मौत नहीं हुई तो महिला ने बेटे को उसकी जान लेने के लिए कहा. बेटे ने टाई से मां का गला घोंट दिया. इसके बाद उसने खुद पंखे से फंदा लगाकर कई बार आत्महत्या का प्रयास किया, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा सका. बाद में उसने रिश्तेदारों को फोन कर सारी घटना बता दी.
हाइपरटेंशन की इतनी तादाद में गोली खाने से मौत हो सकती है. क्योंकि रक्तचाप कम हो जाएगा. दिल और मस्तिष्क के बीच में रक्त का प्रवाह कमजोर होगा. उससे मौत की संभावना हो जाती है.
-प्रो. पुलिन गुप्ता, आरएमएल अस्पताल