
चीनी लोन ऐप से लोगों को ठगने वाले गिरोह ने पकड़े जाने के बाद आरोपियों ने कई खुलासे किए हैं. आरोपी लोगों के मोबाइल का निजी डाटा चीनी कंपनी के सर्वर पर अपलोड करने के बाद ही रुपये जारी करते हैं. इसके बाद इन्हीं निजी डाटा के जरिए लोगों से वसूली करते हैं.
जो लोग लोन लौटाने में देरी करते हैं या मना करते हैं उनकी फोटो अश्लील बनाकर सार्वजनिक करने की धमकी देते हैं. ऐसे में लोग डरकर ब्लैकमेलिंग का शिकार हो जाते हैं. आरोपी लोन के लिए कंपनी का ऐप डाउनलोड कराते हैं. ऐप आपके संपर्क, गैलरी और अन्य मीडिया में जाने की अनुमति मांगती है. अधिकांश लोग इसे बिना पढ़े ही अनुमति दे देते हैं. जो इसे पढ़कर अनुमति नहीं देते, उनकी लोन प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ती. संपर्क विवरण, चैट, गैलरी फोटो निकालकर चीनी कंपनी के सर्वर पर अपलोड कर देते हैं. इसके बाद लोन के रुपये जारी करते हैं.
डिंग टॉक ऐप से लेते हैं विवरण आरोपी चीन के डिंग टॉक समेत अन्य ऐप से जुड़े भारतीय लोगों का डाटा लेते हैं. इसके बाद उनके मोबाइल पर लोन के लिए मैसेज भेजते हैं. मैसेज में वह बिना दस्तावेज और आसानी से मिलने वाला लोन बताते हैं. जिन लोगों को छोटे लोन की जरूरत होती है, वह इनके झांसे में आ जाते हैं.