सरकार के मेक इन इंडिया अभियान से देश स्मार्टफोन निर्माण के साथ निर्यात केंद्र बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है. स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी वीवो ने कहा कि वह देश में अपनी विनिर्माण क्षमता बढ़ाने के लिए इस साल के अंत तक 1,100 करोड़ रुपये का और निवेश करेगी. इससे करीब 10 हजार लोगों को रोजगार मिल सकता है.
देश के मोबाइल निर्यात में दोगुना वृद्धि होने के बीच अपनी इंडिया इम्पैक्ट रिपोर्ट के दूसरे संस्करण को जारी करते हुए वीवो इंडिया के ब्रांड रणनीतिक प्रमुख योगेन्द्र श्रीरामुला ने कहा कि ग्रेटर नोएडा में तैयार हो रही इकाई में 2024 की शुरुआत तक उत्पादन शुरू होगा. साथ ही दूसरे चरण की कुल क्षमता का उपयोग होने पर 40 हजार रोजगार मिलेंगे. उन्होंने कहा, भारत में बिका कंपनी का हर फोन मेड इन इंडिया है.
मेक इन इंडिया से निर्यात संग गुणवत्ता में वृद्धि
पहले मेक इन इंडिया और फिर मेक फॉर वर्ल्ड अभियान से देश में मोबाइल निर्माण में व्यापक बदलाव आया है. इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार पिछले वित्त वर्ष में स्मार्टफोन का निर्यात दोगुना होकर 11 अरब डॉलर से अधिक हो गया है. वहीं वीवो का कहना है कि सरकार की पहल से भारतीय ग्राहकों को विश्वस्तरीय उत्पाद देने में मदद मिल रही क्योंकि वह अब भारत और बाकी दुनिया के लिए एक मानक वाले ही उत्पाद बना रही है. इससे निर्यात के नए अवसर मिल रहे हैं.