पिछले साल लांच होने के बाद से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) की वजह से चैटजीपीटी में लोगों का आकर्षण काफी अधिक हो चुका था.
तकनीक के क्षेत्र की बड़ी कंपनियां नए-नए उपकरण उपलब्ध कराने की होड़ भी लगी थी. परंतु ताजा रिपोर्ट के अनुसार, गलत सूचनाएं देने की वजह से लोगों का भरोसा इस पर से उठता जा रहा है.
ट्रैफिक हुआ कम इंटरनेट डाटा फर्म सिमिलर वेब के अनुसार, चैटजीपीटी मोबाइल और डेस्कटॉप ट्रैफिक में जून महीने में 9.7 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई. सेंसर टॉवर के अनुसार, जून महीने की शुरुआत में चैटबॉट के आईफोन एप को डाउनलोड करने की दर में भी गिरावट दर्ज की गई है. बिल्डरडॉटएआई के मुख्य कार्यकारी सचिन देव दुग्गल ने बताया कि जब लोगों को बॉट के माध्यम से गलत जानकारियां मिलना शुरू हुईं, तो उन्हें अहसास हुआ कि इसका इस्तेमाल व्यापक पैमाने पर नहीं किया जा सकता.