लंदन स्थित ऐतिहासिक इंडिया क्लब आज बंद हो जाएगा
लंदन . लंदन स्थित इंडिया क्लब रविवार को स्थायी रूप से बंद हो जाएगा. यह इंडिया क्लब भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ा रहा है. इसकी दीवारें पूर्व प्रधानमंत्रियों जैसे प्रमुख भारतीयों की तस्वीरों से सजी हैं.
इस क्लब के संस्थापक सदस्य कृष्ण मेनन थे, जो ब्रिटेन में स्वतंत्र भारत के पहले उच्चायुक्त बने. इंडिया क्लब ब्रिटेन के शुरुआती भारतीय रेस्तरां में से एक था और भारतीय स्वतंत्रता के बाद यह ब्रिटिश दक्षिण एशियाई समुदाय के लिए एक केंद्र बन गया.
पारसी मूल के यादगर मार्कर अपनी पत्नी फ्रेनी और बेटी फिरोजा के साथ प्रतिष्ठान चलाते रहे हैं. उन्होंने इसे 1997 में अपने कब्जे में लिया था. उस वक्त इसकी स्थिति अत्यंत खराब थी. परिवार ने सेव इंडिया क्लब अपील शुरू की थी और कुछ साल पहले इमारत को आंशिक रूप से ध्वस्त होने से बचाने के लिए उस वक्त प्रारंभिक लड़ाई जीती थी, जब एक अत्याधुनिक होटल के लिए रास्ता बनाने के वास्ते उन्हें मकान मालिकों द्वारा नोटिस दिया गया था.
इंडिया क्लब के अन्य संस्थापक सदस्यों में से एक-पत्रकार चंद्रन थरूर की लंदन में रह रही बेटी स्मिता थरूर अपने भाई एवं कांग्रेस सांसद शशि थरूर के साथ नियमित रूप से इस क्लब में आती थीं. उन्होंने कहा, इंडिया लीग के कई पूर्व नेताओं और संस्थापकों ने इंडिया क्लब बनाया था. जब हम भारत में बड़े हो रहे थे तो मेरे पिता इसकी कहानियां सुनाते थे. मेरे लिए, क्लब का बंद होना बहुत भावनात्मक और दुखद है.
इसकी कमी महसूस होगी
ब्रिटिश भारतीय इतिहासकार एवं पत्रकार श्रावणी बसु ने कहा, लंदन स्थित एक भारतीय पत्रकार के रूप में, यह हमारे लिए एक प्रेरणा स्रोत था. ऐतिहासिक बार में अब बीयर और पकौड़े नहीं मिलेंगे. हमें इसकी कमी महसूस होगी.