
गाजियाबाद. जिले में प्रशासन की जांच में अजब खुलासा हुआ है. एक पिता की पांच संतान हैं. इनमें से तीन के पास अनुसूचित जाति (एससी) और दो के पास अति पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के प्रमाण पत्र हैं.
एससी प्रमाणपत्र लगाकर भाजपा के टिकट पर एक शख्स ने वार्ड-26 से पार्षद का चुनाव भी जीत लिया. उनका जाति प्रमाणपत्र निरस्त कर दिया गया. निकाय चुनाव में विजयनगर का वार्ड-26 सुंदरपुरी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित था. राजकुमार पुत्र गोकलचंद निवासी सुंदरपुरी विजय नगर ने इसमें जीत दर्ज की. जिलाधिकारी से शिकायत दी गई कि राजकुमार ने चुनाव में अपनी जाति कोरी बताकर जो प्रमाणपत्र लगाया वह फर्जी है. मामले में पार्षद राजकुमार का कहना है कि उनकी जाति कोरी है. प्रशासन को सुबूत दिए हैं. एक भाई जिनको पिता ने बेदखल किया था,उन्होंने प्रमाणपत्र मल्लाह का बनवाया है.