अंतराष्ट्रीयट्रेंडिंगतकनीकी

सच में स्पेस में फंस गई हैं सुनीता विलियम्स? स्टारलाइनर वापस लौटा तो क्या बोलीं: सुनीता

बोइंग का स्टारलाइनर धरती पर वापस लौट चुका है. भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने सहयात्री बुच विल्मोर के साथ अभी भी स्पेस में हैं. स्टारलाइनर की वापसी को लेकर सुनीता विलियम्स ने भी संदेश दिया. उन्होंने स्टारलाइनर मिशन टीम को धन्यवाद दिया है. स्टारलाइनर की वापसी पर वह काफी भावुक नजर आईं. उन्होंने कहा कि हम फ्लाइट कंट्रोल रोस्टर्स को देख रहे हैं. आप लोग आखिर कैलिप्सो को घर ले जा रहे हैं. सुनीता विलियम्स ने धरती पर मिशन कंट्रोल करने वाली टीम से कहा कि आपने हमें लगातार समर्थन दिया है. अब सवाल पैदा होता है कि क्या वास्तव में सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में फंस गई हैं. अगर ऐसा है तो फिर सुनीता धरती पर कब तक वापसी करेंगी?

सुनीता विलियम्स का स्टे अंतरिक्ष में काफी लंबा हो गया है. उनका आठ दिन का मिशन आठ महीने से अधिक समय का हो जाएगा. इस दौरान अनुभवी अंतरिक्ष यात्री, रिटायर्ड नेवी कैप्टन विल्मोर और विलियम्स अंतरिक्ष में खुद को बिजी रखेंगे. यह लोग मरम्मत-रखरखाव के काम और प्रयोगों में मदद कर रहे हैं. वे अब अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद सात अन्य यात्रियों के साथ काम कर रहे हैं. इन दोनों की वापसी का समय भी तय हो चुका है. उन्हें लेने के लिए नया स्पेसयान जाएगा. स्पेसएक्स यान दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को अगले साल, यानी 2025 फरवरी में वापस लेकर आएगा.

बता दें कि विलियम्स और विल्मोर को स्टारलाइनर के अंतरिक्ष की उड़ान भरने के एक सप्ताह बाद जून में पृथ्वी पर लौटना था. लेकिन यान के थ्रस्टर में समस्या आने और हीलियम लीक होने के कारण दोनों अंतरिक्ष में ही फंस गए हैं. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के दो पायलट अब अगले साल तक अंतरिक्ष स्टेशन पर ही रहेंगे. नासा ने बताया था कि दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को ‘स्टारलाइनर’ से वापस लाना बहुत जोखिम भरा है. इसलिए, पूरी तरह से स्वचालित यह यान खाली सीट, स्टेशन पर मौजूद कुछ पुराने उपकरणों और स्पेससूट के साथ धरती पर लौट रहा है.

स्टारलाइनर को पांच जून को चालक दल के दो सदस्यों के साथ लॉन्च किया गया था. लेकिन आईएसएस की उड़ान के दौरान इसके 28 थ्रस्टरों में से पांच अलग-अलग समय पर फेल हो गए. पांच हीलियम लीक भी नोटिस की गईद. नासा अधिकारियों ने स्वीकार किया कि अंतरिक्ष यान की वापसी की उड़ान मूल रूप से 14 जून के लिए निर्धारित की गयी थी. लेकिन तब से तकनीकी समस्याओं के कारण बार-बार देरी हो रही थी. धरती पर इंजीनियरों की ओर से प्रॉब्लम सॉल्व करने की तमाम कोशिशों के बावजूद सफलता नहीं मिली. इसके बाद स्पेसयान वापस लाया गया.

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button