दस करोड़ परिवारों तक जाएगा रामलला का प्रसाद

अयोध्या . श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के बोर्ड ऑफ टस्ट्री की बैठक में तय किया गया कि प्राण-प्रतिष्ठा के बाद रामलला के प्रतिष्ठित विग्रह की फोटो एवं प्रसाद देश के 10 करोड़ से अधिक परिवारों तक पहुंचाया जाएगा. यह वह परिवार हैं जिन्होंने निधि समर्पण अभियान में राम मंदिर निर्माण के लिए अपना अंशदान दिया है.
मणिराम छावनी में आयोजित बैठक में राम मंदिर में विराजित होने वाले रामलला के श्रीविग्रह के विषय पर अंतिम निर्णय स्थगित कर दिया गया. इस पर निर्णय दिसंबर में किया जाएगा. वहीं रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद रामानंदीय परम्परा में पूजन की पद्धति के निर्धारण के लिए तीर्थ क्षेत्र अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास की अध्यक्षता में धार्मिक समिति का गठन किया गया है. तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने बताया कि बैठक में 18 बिन्दुओं पर चर्चा की गई. आय-व्यय का ब्योरा भी प्रस्तुत किया गया. ब्योरे के अनुसार पांच फरवरी 2020 से 31 मार्च 2023 तक मंदिर निर्माण से सम्बन्धित कुल व्यय नौ सौ करोड़ है.