दो दिन रामलला के दर्शन नहीं कर सकेंगे श्रद्धालु
अयोध्या. रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान के अवसर पर विराजमान रामलला का दर्शन 48 घंटे तक आम श्रद्धालुओं को नहीं मिल सकेगा. श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय का कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के अंतिम समय में 21 व 22 जनवरी 2024 को आम श्रद्धालुओं का परिसर में प्रवेश वर्जित हो जाएगा.
चंपतराय ने बताया कि रामलला के नवीन विग्रह की नवीन मंदिर में प्रतिष्ठित होने के बाद विराजमान रामलला का भी नवीन मंदिर में प्रवेश होगा. इस अवधि में दर्शन को मजबूरन रोकना पड़ेगा. पुन 23 जनवरी से पूर्ववत दर्शन नवीन मंदिर में शुरू हो जाएगा.
श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष महंत गोविंद देव गिरि का कहना है इस नवम्बर माह के अंत में रामलला के तीनों विग्रहों का निर्माण पूरा हो जाएगा. इसके बाद बोर्ड आफ टस्ट्रीज तय करेंगे कि किस विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा नवीन मंदिर में की जाएगी.
तीर्थ क्षेत्र कोषाध्यक्ष महंत श्री गिरि का कहना है कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 17 जनवरी 2024 को उनकी शोभायात्रा के साथ शुरू होगा. इसके बाद 18 जनवरी से संकल्प व न्यास एवं अन्य वैदिक क्रियाओं के अलावा भगवान का अधिवास आरम्भ होगा. इस अधिवास में अन्नाधिवास, जलाधिवास, फलाधिवास और पुष्पाधिवास आदि होगा.
तीर्थ क्षेत्र कोषाध्यक्ष ने बताया कि कांची कामकोटि शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती महाराज के निर्देशन में की गयी कई बैठकों के बाद प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की विधि को अंतिम रूप दे दिया गया है.
उन्होंने बताया कि 17 जनवरी को भगवान की शोभायात्रा पूरे सम्मान के साथ रामसेवकपुरम से श्रीरामजन्म भूमि तक निकाली जाएगी और फिर रामलला नवीन मंदिर में प्रवेश करेंगे.