ग्रीन ट्रैक पर चल रही भारतीय रेल के 2030 तक नेट जीरो कॉर्बन उत्सर्जन हासिल करने के लक्ष्य संबंधी नीति को सरकार ने हरी झंडी दिखा दी है. अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसएड) और रेलवे के बीच हुए समझौता ज्ञापन को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया था. रेलवे व यूएसएड के बीच समझौता 14 जून 2023 को हुआ था. इस करार के तहत भारतीय रेलवे के साथ अमेरिकी एजेंसी रेलवे क्षेत्र में नवीनतम विकास और ज्ञान को साझा कर सकेगा. इससे जनोपयोगी सेवा के आधुनिकीकरण, उन्नत ऊर्जा समाधान और प्रणालियों, क्षेत्रीय ऊर्जा और बाजार एकीकरण और निजी क्षेत्र की भागीदारी और जुड़ाव और सेमिनार-कार्यशालाओं जैसे नवीकरणीय ऊर्जा और ज्ञान साझा करने के लिए परस्पर प्रभाव डालने वाले अन्य कार्यों जैसे प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में सहयोग पर ध्यान केंद्रित होगा.
पृथ्वी योजना के लिए 4797 करोड़ : केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के उस प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी जिसमें पांच योजनाओं को क्लब करने की मांग की गई थी. पृथ्वी योजना के लिए पांच वर्ष तक के लिए 4,797 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है.
अयोध्या हवाई अड्डे के नए नाम को मंजूरी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अयोध्या हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित करने और इसका नाम महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, अयोध्याधाम रखने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. मंत्रिमंडल ने माना कि अयोध्या की आर्थिक क्षमता और वैश्विक तीर्थ स्थल के रूप में इसके महत्व को समझने, विदेशी यात्रियों और पर्यटकों के लिए दरवाजे खोलने को अयोध्या हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय दर्जा देना उचित है.
दुनिया से जोड़ने के लिए सरकार तत्पर: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार अयोध्या हवाई अड्डे का नाम महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, अयोध्याधाम करने के प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद कहा कि सरकार इस पावन नगरी को दुनिया से जोड़ने के लिए तत्पर है. एक्स पर पोस्ट में उन्होंने कहा कि यह कदम महर्षि वाल्मीकि को देशभर के हमारे परिवारीजनों की ओर से एक आदरपूर्ण श्रद्धांजलि है.