देशभर के दृष्टि दिव्यांग अब बारह भाषाओं में सुनकर सीखेंगे. इनके लिए अभी तक हिंदी-अंग्रेजी में किताबें रिकॉर्ड की जाती हैं, जिसमें कहानी, उपन्यास, साहित्य और स्कूल-कॉलेज की किताबें शामिल हैं. लेकिन, अब 12 भाषाओं में किताबें रिकॉर्ड की जाएंगी.
दून के राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान में इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. इसके लिए अतिथि वाचक कलाकारों की तैनाती की प्रक्रिया की जा रही है. असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगू, उर्दू, हिंदी एवं अंग्रेजी में रिकॉर्डिंग के साथ उनके लिंक वेबसाइट पर दिए जाएंगे. सीडी-पैन ड्राइव से भी किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी. अतिथि वाचक कलाकारों को इन भाषाओं में प्रिंट पुस्तकों को रिकॉर्ड करने के अलावा रेडियो के कार्यक्रमों के लिए आमंत्रित किया गया है.
तीन श्रेणियों में तैयार हो रहीं किताबें
इस संस्थान के मॉडर्न स्कूल के प्रधानाचार्य अमित शर्मा ने बताया कि रेडियो स्टेशन की इंचार्ज चेतना गोला, ब्रेल प्रेस प्रभारी इक्तेदार अहमद की देखरेख में यह प्रक्रिया चल रही है. दृष्टि दिव्यांगों के लिए ब्रेल, ऑडियो पुस्तक एवं कम दिखाई देने वालों के लिए लार्ज प्रिंट की पुस्तकें तैयार की जा रही हैं. एनसीईआरटी, सीबीएसई और यूपी बोर्ड की किताबें भी ऑडियो में दी गई हैं.