मोबाइल पर घंटों काम करने से युवाओं के दिल की सेहत बिगड़ रही है. 20 से 30 साल का युवा बुजुर्गों को होने वाली दिल की बीमारियों की चपेट में आ रहा है. इनमें घबराहट, ब्लड प्रेशर, हाईपरटेंशन, कोलेस्ट्रॉल, धड़कन बढ़ने जैसी दिक्कतें शामिल हैं. पीजीआई कार्डियोलॉजी विभाग के सर्वे में यह तथ्य सामने आए हैं.
पीजीआई के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नवीन गर्ग ने बताया कि दिल की बीमारी हमारी जीवन शैली से जुड़ी हुई है. इसके लिए काफी हद तक मोबाइल जिम्मेदार है. छह माह में 18 से 40 वर्ष के भीतर के करीब 200 मरीजों पर अध्ययन किया गया. इनमें 20 छात्र और नौकरी पेशा व व्यवसाय वाले 80 फीसदी युवा हैं.
घूमना-टहलना भी बंद
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नवीन गर्ग ने बताया कि मोबाइल की लत ने जीवन शैली प्रभावित की है. चलना, घूमना, टहलना बंद हो गया. युवाओं ने बताया कि पैदल चलना तो लगभग बंद है. घर से जहां भी जाना होता है, वाहन से जाते हैं. सर्वे में 60 फीसदी युवाओं ने बताया कि ज्यादातर बाहर का खाना खाते हैं. इनमें फास्ट फूड ज्यादा होता है. देर रात तक मोबाइल देखने के साथ ही भोजन करते हैं. सुबह देर से उठते हैं. मोटापा बढ़ने से दिल की परेशानी बढ़ी है.
डॉ. नवीन गर्ग ने बताया कि सर्वे के दौरान युवाओं से मोबाइल, लैपटॉप के इस्तेमाल से लेकर दिनचर्या से जुड़े सवाल पूछे गए. युवाओं ने बताया कि दिन की शुरुआत ही मोबाइल से होती है. मेल, व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत दूसरी चीजें देखते हैं. मल्टीनेशनल कम्पनियों, व्यवसाय से जड़े युवाओं ने कहा कि लैपटाप पर रोज औसतन आठ घंटे काम करते हैं.