
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को देखते हुए भारत अभी से काम कर रहा है. सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि देश के हर कोने में किफायती दर पर ईंधन उपलब्ध हो. उन्होंने कहा, कई वैश्विक कारकों के बावजूद बीते दो वर्षों में पेट्रोल-डीजल के दाम घटे हैं.
प्रधानमंत्री ने भारत ऊर्जा सप्ताह के दूसरे संस्करण का उद्घाटन करते हुए कहा कि देश में अगले पांच से छह वर्ष के दौरान ऊर्जा क्षेत्र में 67 अरब डॉलर का निवेश होगा. यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्राकृतिक गैस के क्षेत्र में किया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की विकास गाथा में ऊर्जा क्षेत्र के विस्तार पर जोर देते हुए कहा कि भारत जल्द ही पूरी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा.
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के सुधारों से देश में प्राकृतिक गैस के उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है. इन सुधारों से ऊर्जा संसाधनों में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी 6.3 से बढ़ाकर वर्ष 2030 तक 15 तक करने के उद्देश्य के तहत है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन की दिशा में भारत द्वारा किए जा रहे प्रयासों में प्राकृतिक गैस को एक प्रमुख ईंधन माना जाता है.
पात्र को योजनाओं का लाभ मिलना ही धर्मनिरपेक्षता
प्रधानमंत्री मोदी ने मडगांव में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, सभी पात्र व्यक्तियों को केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलना ही वास्तविक धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय है.