
केंद्र और राज्य सरकार के अधीन सरकारी खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं में अब ऑर्गेनिक फूड उत्पादों की जांच की जाएगी. यानी ऑर्गेनिक फूड उत्पाद अब आपकी थाली में सरकारी लैब की जांच में मिली हरी झंडी के बाद ही पहुंचेंगे.
सरकार ने केंद्र और राज्य के अधीन ऐसे 90 प्रयोगशालाओं को अपग्रेड कर इनकी क्षमता बढ़ाने का निर्णय लिया है. इसके लिए 105 करोड़ रुपये निवेश की योजना बनाई गई है. मामले से अवगत लोगों ने बताया कि केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में प्रयोगशालाओं को पैसे उपलब्ध कराए जाएंगे. इनमें 12 राज्य और 12 केंद्रीय अनुसंधान संस्थान प्रयोगशालाएं हैं. अन्य 66 प्रयोगशालाओं को एफएसएसएआई द्वारा उन्नत किया जाएगा.
उपकरण खरीदने को मिली मंजूरी
बीआईएस ने प्रयोगशालाओं के लिए उन्नत उपकरण खरीदने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है. हालांकि बीआईएस महानिदेशक, उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता ने तत्काल पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया.
जैविक खेती करने वालों की संख्या ज्यादा
आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 के अनुसार भारत में ऑर्गेनिक खेती करने वाले किसानों की संख्या दुनिया में सबसे अधिक 44.3 लाख है. किसानों ने 2022-23 में 29 लाख टन जैविक फसलें उपजाई हैं. जिसमें खाद्यान्न, तिलहन, कपास इत्यादि शामिल हैं. 5,525 करोड़ रुपये की उपज का निर्यात किया है.
अभी 67 प्रयोगशालाएं, ज्यादातर निजी
1 जनवरी तक, 67 प्रयोगशालाओं में ऑर्गेनिक फूड की जांच की जा रही है. इनमें से ज्यादातर निजी हैं और एपीडा (कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण) से संबद्ध हैं. एपीडा और सरकार निजी प्रयोगशालाओं की जांच परिणामों से संतुष्ट नहीं हैं.
तकनीकी सहायता भी दी जाएगी
संस्थानों की खाद्य प्रयोगशालाओं को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान की जाएगी, जिसमें बीआईएस के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) नेशनल टेस्ट हाउस (एनटीएच) से संबद्ध प्रयोगशालाएं शामिल हैं.
भारतीय मानक ब्यूरो करेगा वित्तपोषित
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस), राज्यों और केंद्र सरकार के संस्थानों को उनकी खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं को उन्नत करने के लिए वित्त पोषित करेगा. कार्यक्रम को भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण के साथ मिलकर लागू किया जाएगा. अगले तीन महीनों में 90 से अधिक प्रयोगशालाओं के ऑर्गेनिक फूड उत्पादों के परीक्षण के लिए तैयार होने की उम्मीद है.