राजनांदगांव. शेयर ट्रेडिंग के नाम पर विद्युत मंडल के एक अधिकारी को सायबर ठगों ने 68 लाख रूपए का चूना लगा दिया. ठगी के शिकार अधिकारी ने तुरंत पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद एक्टिव हुई पुलिस ने साईबर सेल की सहायता से अधिकारी के खाते से ट्रांसफर किये जा रहे 48 लाख रूपए होल्ड करा दिये. इस मामले में फर्जी कंपनी के नाम पर शेयर ट्रेडिंग में लगभग डेढ़ सौ गुणा अधिक लाभ का झांसा देने वाले फर्जी कंपनियों के दो डायरेक्टरों को पुलिस ने तमिलनाडू के कन्याकुमारी तथा गुजरात के गोधरा से गिरफ्तार कर लिया है. धोखाधड़ी करने वालों का नेटर्वर्क भी खंगाला जा रहा है तथा इससे जुड़े इंवेन्सट की गई रकम पर डेढ़ सौ गुणा अधिक लाभ दिलाने का दिया था झांसा अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस की टीमे लगी हुई है.
24 जनवरी को प्रार्थी भावेश वाल्दे पिता लच्छनराम वाल्दे न्निवासी वार्ड न. 45 वैशाली नगर, कौरिनभांठा ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसे मोबाईल नं. डब्ल्यू 7 रॉ प्राईस स्टॉक पुलिंग ग्रुप, ग्रुप का लिंक आमंत्रण आया. उक्त लिंक को टच करने पर वह उससे जुड़ गया. उक्त ग्रुप में अनेक प्रकार के शेयर खरीदने और बेचने का ऑफर दिया गया और बताया गया कि उन्हें सिर्फ शेयर खरीदना है. प्रतिदिन 5 से 10.5 प्रतिशत लाभ दिलाने का काम उनका है. इसके बाद जालसाजों ने एक लिंक भेजकर नदिरा सेस एप डाऊनलोड कराया.
झांसे में आकर प्रार्थी भावेश वाल्दे ने जालसाज द्वारा बताये गये बैंक खातों में 67 लाख, 84 हजार, 170.20 रूपए जमा करा दिये और ठगी का शिकार हो गया. दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके नाम मुकेश भाई कृष्णा भाई सालाट निवाीस कनकनपुर, पंचमहल गुजरात तथा सजिन राजेश सरल विल्लई, मुत्तईकाडू, कुमारपुरम, कलकुलम कन्याकुमारी तमिलनाडू बताये जाते हैं. दूसरा आरोपी सजिन, ईवर सपोर्ट टेक्नोलॉजी प्राईवेट लिमिटेड कंपनी कन्याकुमारी का डायरेक्टर है.