भारत-चीन के बीच बढ़ सकती है तनातनी अमेरिकी रिपोर्ट
भारत और चीन के बीच आने वाले समय में तनातनी और बढ़ सकती है. यह तनातनी युद्ध में भी बदल सकता है. अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों देशों द्वारा बड़ी संख्या में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर दोनों देशों की सेनाओं की तैनाती और उनके जवानों के बीच छिटपुट विवाद इसके संकेत दे रहे हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन अपनी शक्ति दिखाने और विदेशों में चीनी हितों की रक्षा के लिए श्रीलंका और पाकिस्तान समेत कई देशों में अपने सैन्य अड्डे बनाना चाहता है. अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की वार्षिक खतरा मूल्यांकन रिपोर्ट 2024 में कहा गया है कि भारत और चीन के बीच विवादित सीमा उनके द्विपक्षीय संबंधों में तनाव की वजह बनी रहेगी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका बहुत अस्थिर दुनिया का सामना कर रहा है, जिसमें वैश्विक ताकतों के बीच तनाव चल रहा है. रिपोर्ट में अमेरिका को रूस, चीन और ईरान से खतरा बताते हुए कहा गया है कि ये वर्तमान अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं.
रिपोर्ट में नाजुक वैश्विक व्यवस्था, चीन की सैन्य विस्तार योजना, आक्रामक साइबर अभियान और 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने के संभावित प्रयास का भी जिक्र किया गया है. इसमें इजराइल-हमास और रूस-यूक्रेन युद्ध सहित अन्य संघर्षों का भी जिक्र किया गया है.
अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन भारत के पड़ोसी देशों के अलावा क्यूबा, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सेशेल्स, ताजिकिस्तान और तंजानिया में भी सैन्य अड्डे बनाने की योजना पर काम कर रहा है.