संयुक्त राष्ट्र का तपती धरती पर रेड अलर्ट
धरती एक बड़े संकट के मुहाने पर खड़ी है. ग्लोबल वॉर्मिंग को 1.5 डिग्री के नीचे रखने की कोशिशों के बावजूद मार्च 2023 से फरवरी 2024 के 12 महीनों के दौरान वैश्विक तापमान ने 1.5 डिग्री की सीमा को लांघ दिया. संयुक्त राष्ट्र महासचिव, एंटोनियो गुतारेस ने कहा कि हमारा ग्रह खत्म होने की कगार पर है.
विश्व मौसम विज्ञान संस्थान (डब्ल्यूएमओ) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, ना केवल बीता वर्ष बल्कि बीता पूरा दशक भी धरती पर अब तक का सबसे गर्म रहा. संस्थान ने चेताया है कि वर्ष 2024 भी गर्मी का रिकॉर्ड तोड़ेगा.
सालभर के औसत स्तर से आगे यूरोपीय संघ की कॉपरनिकस क्लाइमेट सर्विस के मुताबिक, कैलेंडर वर्ष 2023 में तापमान 1.5 डिग्री से ठीक नीचे 1.48 पर था, लेकिन इस वर्ष की रिकॉर्ड गर्म शुरुआत ने 12 माह के औसत को उस स्तर से आगे बढ़ा दिया.
इन मुद्दों पर चिंता डब्ल्यूएमओ की वैश्विक जलवायु रिपोर्ट में वर्ष 2023 में ग्रीनहाउस गैसों, भूमि, पानी के तापमान, ग्लेशियरों और समुद्री बर्फ पिघलने में हुई अप्रत्याशित वृद्धि का भी हवाला दिया गया. यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब सरकारें और विशेषज्ञ ग्लोबल वार्मिंग रोकने के उपायों पर चर्चा के लिए 21-22 मार्च को कोपेनहेगन में मंथन के लिए जुटेंगे.