माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार को बांदा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई. वो हत्या, लूट, डकैती जैसे एक दो नहीं बल्कि कुल 65 मामलों में आरोपी था. हालांकि एक सच यह भी है कि मुख्तार अंसारी जैसे एक दर्जन से भी अधिक गैंगस्टर बीते पांच सालों में या तो मौत हो गई या फिर वो सलाखों के पीछे भेज दिए गए. यह कहना गलत नहीं होगा कि उत्तर प्रदेश में बीते पांच सालों में माफिया राज पूरी तरह से खत्म हो गया. यूपी में पिछले सालों में जिन गैंगस्टरों की मौत हुई है उसमें विकास दुबे, मुन्ना बजरंगी, अतीक अहमद, उसका भाई अशरफ शामिल है.
विकास दुबे ने उस वक्त पुलिस टीम पर गोलियां बरसा दी थी जब वो उसे घर से गिरफ्तार करने पहुंचे थे. इसके बाद पुलिस टीम जब उसे पकड़कर उज्जैन से लेकर आ रही थी तो उस दौरान उसने भागने की कोशिश की तो पुलिस टीम ने उसका एनकाउंटर कर दिया था. अतिक और उसके भाई अशरफ अहमद की बात की जाए तो अस्पताल में मेडिकल कराने के लिए पुलिस टीम दोनों को इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज ले गई थी. परिसर में ही आरोपियों ने दोनों भाइयों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अतिक का बेटा असद झांसी में पुलिस एनकाउंटर के दौरान मारा गया था. उस पर 5 लाख का ईनाम घोषित था. मुन्ना बजरंगी की बात करें तो बागपत जेल में सुबह 4 बजे उसे पुलिस द्वारा लाया गा था. करीब एक घंटे बाद सुबह 5 बजे जेल परिसर में ही उसकी हत्या हो गई थी.
मुख्तार की बेशुमार दौलत का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि सरकारी एजेंसियों ने उसके पास से 2020 से 608 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्तियों को जब्त या ध्वस्त किया है. मुख्तार अंसारी ने आखिरी चुनाव 2017 में जेल से लड़ा था और जीता भी था. वह पांच बार विधायक रहा. मुख्तार द्वारा चुनाव में दायर हलफनामे के मुताबिक, उसके पास कुल 21.88 करोड़ रुपये से अधिक की एसेट्स यानी संपत्ति थी. इस एसेट्स का अधिकांश हिस्सा, लगभग 20 करोड़ रुपये, रियल एस्टेट में लगा है.
चुनावी हलफनामे के अनुसार, मुख्तार अंसारी और उसकी पत्नी के पास संयुक्त रूप से लगभग 3.23 करोड़ रुपये की कृषि भूमि थी. इसके अलावा, उनके पास 4.90 करोड़ रुपये की गैर-कृषि भूमि थी. सिर्फ जमीन ही नहीं, बल्कि गाजीपुर से लेकर लखनऊ तक, उसके परिवार के पास कई कॉमर्शियल बिल्डिंग्स भी हैं, जिनकी कीमत 2017 में 12.45 करोड़ रुपये थी. उसके पास कई आवासीय इमारतें भी हैं, जिनकी कीमत 1.70 करोड़ रुपये है. एसेट्स के इतर मुख्तार पर 6.91 करोड़ रुपये की देनदारी थी. मुख्तार अंसारी की 2015-16 में कुल आय 17.75 लाख रुपये थी. इसके अलावा उनके 2 आश्रितों की आय 2.75 लाख और 3.83 लाख रुपये थी.
2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में दायर अंसारी के हलफनामे के अनुसार, उनके और उनके परिवार के सदस्यों के तीन प्रमुख बैंकों में खाते थे. उसका एसबीआई में व्यक्तिगत खाता था, जबकि पत्नी के एसबीआई, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक और एचडीएफसी बैंक में खाते थे. इसके अलावा, उसके बच्चों के खाते आईसीआईसीआई बैंक और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में थे. 2017 में इन खातों में कुल 10.61 लाख रुपये जमा थे. इसके अलावा 3.45 लाख रुपये नकद के अलावा बीमा में 1.90 लाख रुपये का निवेश था. उसके परिवार के पास कुल 72 लाख रुपये का सोना था. उनके पास 27.50 लाख रुपये की कुल कीमत के अलावा एक एनपी बोर रिवॉल्वर, एक बन्दूक और राइफल जैसे हथियार भी थे.