रायगढ़. स्टेशन में विगत कुछ दिनों से जांच व सुरक्षा व्यवस्था खत्म हो गया है, साथ ही यहां लगे बैग स्केनर मशीन में भी ताला लटका हुआ है. ऐसे में अवैध कार्य करने वालों के लिए रेल मार्ग एक सुगम यात्रा बन गया है. वहीं पूर्व में कड़ाई से जांच होने पर कई बार तस्कर पकड़ में आए थे, लेकिन अब जांच के अभाव में इनकी बल्ले-बल्ले हो गई है.
विगत माहभर से जिले में आचार संहिता प्रभावी है. इससे सड़क मार्ग व बेरियरों में कड़ाई से जांच चल रही है, जिसको देखते हुए अब तस्कर ट्रेन का सहारा ले रहे हैं. वहीं विगत दिनों रेलवे स्टेशन में कड़ाई से जांच होने से कभी गांजा तो कभी अवैध शराब भी पकड़ में आया था, लेकिन अब कुछ दिनों से स्टेशन में भी सुरक्षा व्यवस्था का अभाव हो गया है.
जिसके चलते न तो ट्रेन में चढ़ने वालों की जांच होती है और न ही उतरने वालों की जिसके चलते आसानी से तस्कर निकल जा रहे हैं. साथ ही पूर्व में हो रही अवैध सामानों की परिवहन को देखते हुए रेलवे द्वारा स्टेशन के मुख्य गेट में बैग स्केनर मशीन लगाया गया था, जो बीच चल रहा था, लेकिन अब विगत सप्ताहभर से पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है.
आरपीएफ-जीआरपी बरत रहे कोताही
विगत दिनों जिले में आचार संहिता प्रभावी होने पर जिला प्रशासन द्वारा आरपीएफ-जीआरपी को भी बैठक में बुलाकर स्टेशन में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के साथ-साथ कड़ाई से जांच करने के निर्देश दिया गया था, जिससे कुछ दिनों तक तो यहां व्यवस्था चुस्त-दुस्त रही, लेकिन अब पूरी तरह से व्यवस्था ढील पड़ गई है.
बैग स्कैनर मशीन भी नहीं आ रहा काम
यात्रियों के सामानों की जांच के लिए 18 लाख रुपए की लागत से बैग स्कैनर मशीन तो लगाया गया है, लेकिन इसको चलाने वाला कोई नहीं है. ऐसे में यहां हमेशा ताला लटका रहता है, जिसको लेकर संबंधित विभाग भी उदासिनता बरत रही है. ऐसे में स्टेशन आने व जाने वालों की सामानों की जांच नहीं होने की स्थिति तस्कर भी अन्य यात्रियों की तरह बैग में अवैध सामान रखकर आसानी से निकल जा रहे हैं.