
नई दिल्ली :लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर निशाना साधने में कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां कांग्रेस पर हमलावर हैं, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी तीखा पलटवार किया है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा निशाना साधा है. सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर उन्होंने पुरानी फिल्मी गीत के शब्द दोस्त दोस्त ना रहा दोहराते हुए कहा कि वक्त बदल रहा है. तीन चरणों के चुनाव पूरे हो जाने के बाद अब प्रधानमंत्री अपने मित्रों पर ही हमलावर हो गए हैं, इससे साबित होता है कि प्रधानमंत्री की कुर्सी डगमगा रही है. यही परिणाम के ‘असली रुझान’ हैं.
खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अब उद्योगपति मुकेश अंबानी और अडानी का साथ छोड़ रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि खुद की छवि को बचाने के लिए प्रधानमंत्री ऐसा कर रहे हैं. दरअसल, प्रधानमंत्री ने एक चुनावी सभा में राहुल गांधी का नाम लेकर कहा था कि वह पांच साल से अंबानी और अडानी का नाम लेते रहे और अब चुनाव आते ही चुप हो गए.
प्रधानमंत्री ने सवाल किया कि वह अब उनका नाम क्यों नहीं ले रहे हैं? यह पहली बार है जब राहुल गांधी और कांग्रेस पर हमला बोलने के लिए प्रधानमंत्री ने अंबानी और अडानी का नाम लिया है. उन्होंने कहा कि वह पिछले पांच वर्षों से यही बात कह रहे हैं. पर, जब से चुनाव घोषित हुआ, उन्होंने अंबानी-अडानी को गाली देना बंद कर दिया. उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि उनके पास कितना पैसा है? क्या डील हुई है? कुछ गड़बड़ है आपको लोगों को जवाब देना होगा.
प्रधानमंत्री अब अपनी ही छाया से घबरा रहे’
प्रधानमंत्री के हमले के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि इस चुनाव का रुख ‘तेजी से बदल गया’ है. उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,‘पराजय एक पूर्व निष्कर्ष है. प्रधानमंत्री अब अपनी छाया से भी घबरा गए हैं.’ रमेश ने उनकी परछाई के साथ मोदी की एक तस्वीर भी साझा की. रमेश ने कहा,‘जिस व्यक्ति ने भाजपा के लिए 8,200 करोड़ के चुनावी बॉन्ड जुटाए (यह घोटाला इतना व्यापक था कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे असंवैधानिक घोषित कर दिया.) वह आज दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं.’